
पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और फिरोज़पुर पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने कुख्यात आशीष चोपड़ा गैंग के तीन साथियों को गिरफ़्तार किया है, जो हाल ही में फिरोज़पुर में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल थे। यह हत्या नाटा गैंग और आशीष चोपड़ा गैंग के बीच चली आ रही आपसी रंजिश का नतीजा थी।
गिरफ़्तार किए गए आरोपियों की पहचान:
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मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू, निवासी फिरोज़पुर
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रमनदीप सिंह, निवासी फिरोज़पुर
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सोनू, निवासी फरीदकोट
कैसे हुआ ऑपरेशन?
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि रमनदीप और सोनू श्री मुक्तसर साहिब में एक ठिकाने पर छुपे हुए हैं। जब पुलिस वहां पहुंची तो आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों को गिरफ़्तार कर लिया।
एक अन्य सूचना पर पुलिस टीम ने फिरोज़पुर में मनप्रीत मन्नू को पकड़ने की कोशिश की। गिरफ्तारी से बचने के लिए मन्नू ने भी पुलिस पर गोलियां चला दीं। जवाबी कार्रवाई में उसे एक गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर हिरासत में ले लिया गया।
क्या मिला उनके पास से?
पुलिस ने तीनों आरोपियों से तीन पिस्तौल, 7 जिंदा कारतूस और 4 खाली खोल बरामद किए हैं। इनके पास से जो हथियार मिले हैं, वे हालिया हत्याओं में इस्तेमाल हुए थे।
दोहरा कत्ल केस सुलझा
इनकी गिरफ्तारी के बाद फिरोज़पुर में हुए एक और हत्या के मामले का भी खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि मनप्रीत मन्नू ही उस केस में मुख्य शूटर था।
पुलिस की सख़्ती जारी
पुलिस का कहना है कि यह गिरफ्तारी आपसी गैंगवार को रोकने और संगठित अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण क़दम है। अब अन्य साथियों की पहचान की जा रही है और आगे की कड़ियों को भी जोड़ा जा रहा है।
पंजाब पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि राज्य में अपराध फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जनता की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी।