शनिवार देर रात दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे पर दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। न्यू सुखदेव ढाबे के पास चलते समय एक अर्टिगा कार में अचानक आग लग गई, जिसमें एक ही परिवार के 8 लोग सवार थे। हादसे के समय कार का लॉक अटक गया, जिससे कार में सवार लोग अंदर फंस गए। इससे पहले कि ड्राइवर किसी तरह से लॉक खोल पाता, कार में बैठे 6 लोग आग की चपेट में आ गए। वहां मौजूद लोगों ने तुरंत प्रयास कर गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को एक अन्य वाहन से पास के आदेश मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचाया।
इस हादसे में डॉक्टरों ने संदीप कुमार (37), उनकी बेटी परी (6) और बेटी खुशी (10) को मृत घोषित कर दिया। वहीं, गंभीर रूप से झुलसे अन्य 3 लोगों, जिनमें सुदेश (57), लक्ष्मी (35) और आरती (32) शामिल हैं, को पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया है। इस हादसे की सूचना मिलने पर शाहबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, इन व्यक्तियों की मौत जलने और दम घुटने के कारण हुई है।
इस दुर्घटना में घायल हुई लक्ष्मी की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। कार ड्राइवर सुशील कुमार (35) और उनका बेटा यश (10) इस हादसे में सुरक्षित बचे हैं। सुशील ने बताया कि वह और उनके भाई संदीप दोनों चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं। दिवाली के मौके पर वे अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ से अपने पैतृक गांव रहमान (सोनीपत) गए थे। शनिवार रात करीब 8:40 बजे वे चंडीगढ़ के लिए निकले थे। लगभग रात 11 बजे गांव मोहड़ी के पास उनकी चलती कार के पिछले हिस्से में स्पार्किंग के कारण आग लग गई।
इस दर्दनाक हादसे में संदीप कुमार, जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे, अपनी बेटियों के साथ अपनी जान गंवा बैठे। उनकी पत्नी और अन्य रिश्तेदार बुरी तरह झुलस गए और उनका इलाज जारी है।