
आज शुक्रवार को शेयर बाजार का रुख कुछ कमजोर रहा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 182 अंक गिरकर 81,451 पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 83 अंक गिरकर 24,750 पर आ गया। यानी आज बाजार में थोड़ी गिरावट देखने को मिली।
क्यों गिरे शेयर बाजार?
आज की गिरावट के पीछे कई वजहें रहीं:
आईटी, ऑटो और मेटल सेक्टर में बिकवाली हुई। यानी इन क्षेत्रों की कंपनियों के शेयरों को निवेशकों ने ज्यादा बेचा जिससे उनके दाम नीचे चले गए।
बजाज ऑटो, हिंडाल्को और एचसीएल टेक जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में 3% तक की गिरावट देखी गई।
दूसरी तरफ, पीएसयू बैंक सेक्टर यानी सरकारी बैंकों के शेयरों में मजबूती देखने को मिली। खासतौर पर SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) के शेयरों में 2% की तेजी आई।
एचडीएफसी बैंक के शेयर भी थोड़े बढ़े, करीब 0.7% ऊपर बंद हुए।
अंतरराष्ट्रीय असर भी पड़ा
अमेरिका में कुछ पुराने टैरिफ (import tax) दोबारा लागू करने की बात सामने आई है, जिससे पूरी दुनिया के बाजारों में अनिश्चितता का माहौल बन गया। इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। साथ ही, भारत की जीडीपी से जुड़ा डेटा आने वाला है, जिससे पहले निवेशक सतर्क दिखाई दिए।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का हाल
आज के दिन मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मामूली गिरावट रही:
Nifty Midcap 100 में 0.06% की गिरावट रही।
Nifty Smallcap 100 भी हल्का 0.03% नीचे गया।
बाजार की चाल मापने वाला India VIX इंडेक्स 2% कम हुआ, यानी आने वाले समय में बाजार थोड़ी स्थिरता दिखा सकता है।
मई महीने में अब तक का प्रदर्शन
हालांकि आज बाजार में गिरावट रही, लेकिन पूरे मई महीने में सेंसेक्स ने करीब 1.5% की बढ़त दर्ज की है, यानी इस महीने सेंसेक्स 1,200 से ज्यादा अंक चढ़ा है। यह दर्शाता है कि बाजार में लंबी अवधि में उम्मीद बनी हुई है।
आज का दिन शेयर बाजार के लिए थोड़ा कमजोर रहा, लेकिन यह कोई बड़ी गिरावट नहीं है। कुछ सेक्टरों में मुनाफावसूली देखने को मिली, जबकि बैंकिंग सेक्टर में मजबूती बनी रही। निवेशक अब भारत की जीडीपी रिपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल पर नजर बनाए हुए हैं।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो ऐसे उतार-चढ़ाव से घबराने की जरूरत नहीं है। समझदारी से और लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करना हमेशा फायदेमंद होता है।