
खगोल विज्ञान प्रेमियों और आकाश निहारने वालों के लिए आज का दिन खास है, क्योंकि साल 2025 का पहला आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होने जा रहा है। यह अद्भुत खगोलीय घटना 29 मार्च 2025 को घटित होगी। हालांकि, यह भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन दुनिया के कुछ हिस्सों से इसे देखा जा सकेगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण क्या होता है?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य की रोशनी कुछ समय के लिए बाधित हो जाती है। आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के केवल एक हिस्से को ढकता है, जिससे सूर्य आकाश में अर्धचंद्राकार या आधा कटा हुआ दिखाई देता है। जबकि पूर्ण सूर्य ग्रहण में पूरा सूर्य चंद्रमा के पीछे छिप जाता है।
ग्रहण का समय और अवधि
इस आंशिक सूर्य ग्रहण की शुरुआत भारतीय समयानुसार (IST) दोपहर 2:20:43 बजे होगी और यह शाम 6:13:45 बजे तक चलेगा। अलग-अलग स्थानों पर इसकी दृश्यता में अंतर हो सकता है। जिन देशों में यह दिखाई देगा, वहां लोग इस अद्भुत नजारे का आनंद उठा सकते हैं।
दुर्लभ खगोलीय घटना: डबल सनराइज
इस आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान एक बेहद दिलचस्प खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा, जिसे डबल सनराइज कहा जाता है। इसमें सूर्य एक बार उगने के बाद ग्रहण के कारण कुछ समय के लिए मंद पड़ जाता है और फिर दोबारा उगता हुआ प्रतीत होता है। यह दुर्लभ दृश्य तब अधिक प्रभावी होता है जब ग्रहण सूर्योदय के समय हो। वातावरण में मौजूद बादल और प्रकाश के अपवर्तन (Refraction) से यह नजारा और भी रोमांचक दिख सकता है।
भारत में लोग कैसे देख सकते हैं?
हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, फिर भी इसे ऑनलाइन देखा जा सकता है। कई वैज्ञानिक संस्थान और वेधशालाएं इस ग्रहण का लाइव स्ट्रीमिंग प्रसारण करेंगी। नासा (NASA), SLOOH वेधशाला (Observatory) और संभवतः इसरो (ISRO) अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यूट्यूब चैनलों पर इस खगोलीय घटना का सीधा प्रसारण कर सकते हैं।
सूर्य ग्रहण देखने के लिए सावधानियां
सूर्य ग्रहण को बिना किसी सुरक्षा उपाय के नंगी आंखों से देखना खतरनाक हो सकता है। अगर आप इसे देखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
1. सौर फिल्टर या स्पेशल सनग्लासेस का उपयोग करें।
2. टेलीस्कोप या दूरबीन का उपयोग करने से पहले उपयुक्त फिल्टर लगाएं।
3. एक्स-रे फिल्म, रंगे हुए शीशे या धूप के चश्मे से इसे देखने की कोशिश न करें, क्योंकि ये सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा प्रदान नहीं करते।
आज का आंशिक सूर्य ग्रहण वैज्ञानिक और खगोल प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। हालांकि यह भारत में नहीं दिखाई देगा, फिर भी इसे ऑनलाइन माध्यमों से देखा जा सकता है। यदि आप खगोल विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो इस दुर्लभ घटना को जरूर देखें और सुरक्षित तरीके से इस रोमांचक नजारे का आनंद लें।