पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। चंडीगढ़ सहित पंजाब के पांच जिलों में प्रदूषण का स्तर सामान्य से चार गुना अधिक है, जिससे लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। प्रदूषण की गंभीर स्थिति के चलते हरियाणा और दिल्ली में कई स्कूलों को ऑफलाइन कर दिया गया है। हालांकि, पंजाब सरकार ने अभी तक इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया है।
धुएं के चलते पंजाब के 7 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने पंजाब के अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, नवांशहर, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में धुएं और प्रदूषण को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिनों के दौरान इन जिलों में हवा की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है।
हालांकि, आज पंजाब में धुंध का कोई अलर्ट नहीं है, लेकिन शुक्रवार और शनिवार को स्थिति फिर से बिगड़ सकती है। विभाग ने चेतावनी दी है कि प्रदूषण के चलते जनजीवन पर गहरा असर पड़ सकता है।
पंजाब और चंडीगढ़ में धूप निकलेगी, लेकिन ठंड बढ़ने के आसार
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब और चंडीगढ़ में आज धूप खिली रहेगी और तापमान सामान्य रहेगा।
- हालांकि, आने वाले दिनों में धुंध का असर बढ़ सकता है।
- पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ रही है, जिससे तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है।
- अगले सप्ताह तक, पंजाब और चंडीगढ़ में तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।
धुंध और ठंड के चलते स्वास्थ्य पर असर
वायु प्रदूषण और जहरीली धुंध का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार:
- सांस की बीमारियों, खासकर अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
- बच्चों और बुजुर्गों को जहरीली हवा से बचाने के लिए घर के अंदर रहने की सलाह दी जा रही है।
- धुंध और जहरीले कणों के कारण आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के स्तर में सुधार न होने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है।
ठंड का असर बढ़ेगा, तात्कालिक राहत नहीं
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 26 नवंबर तक पंजाब में मौसम शुष्क रहेगा और दिन में धूप निकलेगी।
- सुबह और रात के समय धुंध का असर बना रहेगा, जिससे विजिबिलिटी में कमी आ सकती है।
- हिमाचल प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान कोहरे का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन वहां हो रही बर्फबारी का असर पंजाब और चंडीगढ़ पर ठंड बढ़ाने के रूप में दिखेगा।
प्रदूषण और ठंड से बचाव के उपाय
प्रदूषण और ठंड के इस दोहरे संकट में विशेषज्ञों ने लोगों को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- घर के अंदर रहें: विशेषकर सुबह और शाम के समय, जब प्रदूषण का स्तर उच्चतम होता है।
- मास्क पहनें: प्रदूषित हवा में निकलने से बचने के लिए N95 मास्क का उपयोग करें।
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग: घर और कार्यालय में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- संतुलित आहार: इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर आहार लें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें: प्रदूषित कणों से बचने के लिए नियमित सफाई और हाथ धोने की आदत अपनाएं।
पंजाब में प्रदूषण का मुख्य कारण
पंजाब में प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाने से उत्पन्न धुआं है।
- हर साल अक्टूबर और नवंबर के महीनों में पराली जलाने की समस्या बढ़ती है, जिससे हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे प्रदूषक खतरनाक स्तर पर पहुंच जाते हैं।
- पराली जलाने के अलावा, औद्योगिक और वाहन प्रदूषण भी वायु की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं।
सरकार और प्रशासन ने पराली जलाने को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन यह समस्या अभी तक पूरी तरह हल नहीं हो सकी है।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार, अगले सप्ताह तक पंजाब में ठंड और धुंध का असर बढ़ सकता है।
- सुबह और रात के समय ठंडक ज्यादा महसूस होगी।
- आने वाले दिनों में पंजाब में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जिससे ठंड का असर बढ़ेगा।