
पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने एक अहम फैसला लेते हुए पूरे राज्य में ट्रैफिक सेंसस (यातायात गणना) करवाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह काम 30 सितंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाए। इस ट्रैफिक सेंसस का उद्देश्य पंजाब की सड़कों को अपग्रेड करना, नई सड़कों की सही योजना बनाना और भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है।
क्यों ज़रूरी है ट्रैफिक सेंसस?
ट्रैफिक सेंसस से यह पता चलेगा कि किन सड़कों पर कितना ट्रैफिक है, कहाँ सड़कें चौड़ी होनी चाहिए, और किन क्षेत्रों में नई सड़कें बननी चाहिए। इससे राज्य में सड़क नेटवर्क को और बेहतर बनाया जा सकेगा। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भी यह डेटा बहुत उपयोगी साबित होगा।
मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि सही प्लानिंग और वैज्ञानिक डेटा के आधार पर ही सड़कें बनाई जाएंगी, जिससे पंजाब की सड़कों को सुरक्षित और टिकाऊ बनाया जा सकेगा।
उच्च अधिकारियों की बैठक
यह आदेश उन्होंने लोक निर्माण विभाग और पंजाब मंडी बोर्ड के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक में दिए। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने राज्य की सड़क और पुल निर्माण की मौजूदा योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने लिंक सड़कों पर चल रहे कार्यों की प्रगति का जायज़ा भी लिया।
बैठक में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव रवि भगत, मंडीकरण बोर्ड के सचिव रामवीर, विशेष सचिव हरगुंजीत कौर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सड़कों के निर्माण में तेजी
मुख्य अभियंता की ओर से बताया गया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के तहत 581 किलोमीटर लिंक सड़कों की मरम्मत और निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। इसके तहत FDR तकनीक (फुल डेप्थ रिक्लेमेशन) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे पुरानी सड़कों को फिर से मजबूत और टिकाऊ बनाया जा सकेगा।
इसके अलावा, नाबार्ड योजना के तहत 281 करोड़ रुपये की लागत से राज्य की ग्रामीण सड़कों को मजबूत किया जा रहा है। इन कार्यों में नई सड़कें बनाना और पुरानी सड़कों की मरम्मत दोनों शामिल हैं।
काम की गुणवत्ता पर ज़ोर
हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी निर्माण कार्य ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ करें। उन्होंने कहा कि काम में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने P.R.B.D.B. (Punjab Roads & Bridges Development Board) के तहत चल रहे प्रोजेक्ट्स की भी समीक्षा की और अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट मांगी।
मुख्यमंत्री की सोच का हिस्सा
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार का मकसद है कि राज्य की सड़कों को विश्व स्तरीय बनाया जाए। इससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को तेज़ी मिलेगी और लोगों को सुरक्षित व सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
ट्रैफिक सेंसस जैसे कदम दिखाते हैं कि पंजाब सरकार अपने बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए गंभीर है। अगर ये योजनाएं समय पर और सही तरीके से पूरी होती हैं, तो आने वाले समय में पंजाब की सड़कें सिर्फ सुंदर ही नहीं बल्कि सुरक्षित भी होंगी।