
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स ने 769 अंकों की छलांग लगाई, जबकि निफ्टी लगभग 1% की बढ़त के साथ 24,853 के स्तर पर बंद हुआ। यह बढ़त तब देखने को मिली जब दुनियाभर के बाजारों से मिले संकेत मिले-जुले रहे।
सुस्त शुरुआत के बाद आई मजबूती
शुक्रवार को बाजार की शुरुआत थोड़ी सुस्त रही, लेकिन जल्दी ही निफ्टी में तेजी देखने को मिली। इसके बाद बाजार ने एक सीमित दायरे में कारोबार किया और दिन के अंत में मजबूती के साथ बंद हुआ। बाजार में यह तेजी निवेशकों के सकारात्मक रुख और चुनिंदा अच्छे शेयरों की खरीदारी की वजह से आई।
किन सेक्टर्स में रही रौनक?
लगभग सभी प्रमुख सेक्टर्स में बढ़त देखने को मिली, सिवाय फार्मा सेक्टर के जो थोड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। सबसे ज्यादा चमक एफएमसीजी (FMCG), आईटी (IT) और बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिली। इन सेक्टरों के अच्छे प्रदर्शन ने बाजार को ऊपर उठाने में अहम भूमिका निभाई।
इसके साथ ही, छोटे और मझोले कंपनियों के शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिली। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स दोनों में आधे फीसदी से ज्यादा की बढ़त रही।
तकनीकी तस्वीर क्या कहती है?
तकनीकी रूप से देखा जाए तो बाजार ने अपने एक अहम सपोर्ट लेवल — 20-दिन की एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (20 DEMA) — को दोबारा छूने के बाद फिर से तेजी पकड़ी है। इससे बाजार में दबाव कुछ कम हुआ है और निवेशकों को राहत मिली है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में जो हाल ही में ठहराव आया था, उसके बाद अब इनमें दोबारा मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। इससे बाजार की दिशा और भी सकारात्मक हो सकती है।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति रखें?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि जब भी बाजार थोड़ा नीचे आए, तब अच्छे और मजबूत कंपनियों के शेयरों में निवेश करने का यह सही मौका हो सकता है। इसे ‘बाय ऑन डिप्स’ यानी गिरावट में खरीद की रणनीति कहा जाता है। हालांकि, अगर निफ्टी 24,500 से नीचे जाता है, तब सतर्क रहना जरूरी होगा।
कुल मिलाकर, शुक्रवार को शेयर बाजार में आई मजबूती निवेशकों के बीच सकारात्मक भावना को दर्शाती है। वैश्विक संकेत भले ही मिले-जुले हों, लेकिन भारतीय बाजार में निवेशकों का भरोसा अभी भी बना हुआ है। अगर बैंकिंग और आईटी जैसे अहम सेक्टरों में इसी तरह तेजी जारी रही, तो आने वाले दिनों में बाजार नई ऊंचाइयों को छू सकता है।