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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा व्यापारिक कदम उठाते हुए स्टील और एल्यूमिनियम पर भारी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने का ऐलान किया है। अब अमेरिका में स्टील के आयात पर 25% और एल्यूमिनियम के आयात पर 10% शुल्क लगेगा।
पहले भी लागू था टैरिफ
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसा फैसला लिया हो। अपने पहले कार्यकाल (2017-2021) के दौरान भी उन्होंने इसी तरह का टैरिफ लागू किया था। हालांकि, उस समय कनाडा, मेक्सिको और ब्राजील जैसे देशों को कुछ राहत दी गई थी। लेकिन अब उन्होंने दोबारा से यह शुल्क लागू करने का निर्णय लिया है।
टैरिफ क्यों लगाया गया?
ट्रंप और उनके समर्थकों का मानना है कि इस तरह के टैरिफ लगाने से अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और घरेलू उद्योगों को फायदा होगा। इसके पीछे कई मुख्य कारण बताए जा रहे हैं:
1. अमेरिकी नौकरियों की सुरक्षा: ट्रंप का मानना है कि दूसरे देशों से सस्ता स्टील और एल्यूमिनियम अमेरिका में आकर वहां की कंपनियों को नुकसान पहुंचाता है। अगर आयात महंगा होगा, तो अमेरिकी कंपनियां स्थानीय उत्पादों का इस्तेमाल करेंगी और इससे अमेरिका में रोजगार बढ़ेगा।
2. अन्य देशों पर दबाव: ट्रंप खासतौर पर मेक्सिको और कनाडा से नाराज हैं क्योंकि उनका मानना है कि इन देशों से अवैध प्रवासन और नशीली दवाओं की तस्करी हो रही है। टैरिफ लगाकर वे इन देशों पर दबाव बनाना चाहते हैं।
3. आर्थिक रणनीति: ट्रंप इसे अपनी आर्थिक नीति का अहम हिस्सा मानते हैं, जिससे अमेरिका आत्मनिर्भर बने और विदेशी प्रतिस्पर्धा कम हो।
किन देशों पर होगा असर?
अमेरिका के लिए स्टील और एल्यूमिनियम के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता देश हैं:
स्टील: कनाडा, ब्राजील, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और वियतनाम
एल्यूमिनियम: कनाडा (अकेले 79% एल्यूमिनियम अमेरिका को निर्यात करता है), मेक्सिको और अन्य देश
इस टैरिफ के कारण खासतौर पर कनाडा, मेक्सिको और चीन को बड़ा नुकसान होगा, क्योंकि ये देश अमेरिका को बड़ी मात्रा में स्टील और एल्यूमिनियम भेजते हैं।
क्या होगा असर?
ट्रंप के इस फैसले से वैश्विक व्यापार में अस्थिरता आ सकती है।
व्यापार युद्ध का खतरा: जब एक देश किसी उत्पाद पर शुल्क बढ़ाता है, तो दूसरा देश भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इससे व्यापार युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है, जहां हर देश अपने उत्पादों की सुरक्षा के लिए टैरिफ बढ़ाता रहता है।
अमेरिकी कंपनियों पर असर: अमेरिका में कार बनाने वाली कंपनियां और निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले उद्योग स्टील और एल्यूमिनियम का उपयोग करते हैं। टैरिफ बढ़ने से उनके लिए कच्चा माल महंगा हो जाएगा, जिससे उत्पादों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।
चीन और अन्य देशों के साथ तनाव: ट्रंप ने सिर्फ स्टील और एल्यूमिनियम ही नहीं, बल्कि चीन से आयातित कुछ अन्य वस्तुओं पर भी टैरिफ लगाने का फैसला किया है। इससे अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव और बढ़ सकता है।
क्या कनाडा और मेक्सिको को छूट मिलेगी?
ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको को थोड़े समय के लिए छूट दी है, लेकिन यह स्थायी नहीं है। इसका मतलब है कि इन देशों के साथ नए व्यापार समझौते की संभावनाएं बनी हुई हैं।
ट्रंप की यह नीति अमेरिका में रोजगार बढ़ाने और घरेलू उद्योगों की रक्षा करने के लिए बनाई गई है। हालांकि, इसके कारण व्यापार युद्ध का खतरा बढ़ सकता है और अमेरिकी कंपनियों को भी नुकसान हो सकता है। यह फैसला आने वाले महीनों में अमेरिका और उसके व्यापारिक साझेदारों के बीच संबंधों को प्रभावित करेगा।