दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली पुलिस के बीच तनातनी की खबरें सामने आ रही हैं। AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि पुलिस लोगों को वोट डालने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि चिराग दिल्ली में 17-18 पोलिंग बूथों पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं और मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने से रोका जा रहा है।
AAP के आरोप और पुलिस की सफाई
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करती है।
हालांकि, दक्षिण दिल्ली के डीसीपी अंकित चौहान ने कहा कि पुलिस इन आरोपों की जांच करेगी और अगर कोई गड़बड़ी पाई गई तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
AAP सांसद संजय सिंह का दावा – पार्टी कार्यकर्ता को किया गया गिरफ्तार
AAP के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उदय गिल को पुलिस ने बिना किसी वजह के हिरासत में ले लिया।
संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा,
“हमारे कार्यकर्ता उदय को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन में बिना किसी कारण के हिरासत में लिया गया है। मैं खुद पुलिस स्टेशन में मौजूद हूं।”
दिल्ली पुलिस की सफाई – नियम तोड़ने पर हिरासत में लिया गया
AAP के आरोपों पर जवाब देते हुए नई दिल्ली पुलिस (DCP New Delhi) ने X पर पोस्ट किया कि उदय गिल को इसलिए हिरासत में लिया गया क्योंकि वह लोगों को जबरदस्ती एक खास राजनीतिक पार्टी के समर्थन में ले जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, उदय गिल अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली चुनाव में कड़ा मुकाबला
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP, BJP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस भी अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए संघर्ष कर रही है।
क्या चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं?
चुनाव के दौरान इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप कोई नई बात नहीं हैं। हालांकि, चुनाव आयोग और पुलिस का कर्तव्य है कि वोटिंग प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखें।
अब देखना यह होगा कि चिराग दिल्ली में मतदान प्रभावित हुआ या नहीं, और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए AAP कार्यकर्ता के मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।