
भारत में अमेरिकी दूतावास ने 2,000 से अधिक वीजा अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए हैं। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि वीजा आवेदन प्रक्रिया में धोखाधड़ी और अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई थीं। दूतावास का कहना है कि कुछ लोगों ने वीजा अपॉइंटमेंट शेड्यूलिंग सिस्टम का गलत इस्तेमाल किया था, जिसकी जांच की जा रही है।
कैसे हुआ खुलासा?
अमेरिकी दूतावास ने अपने आधिकारिक X (ट्विटर) अकाउंट पर जानकारी दी कि कांसुलर टीम इंडिया ने उन लोगों की पहचान की है, जिन्होंने शेड्यूलिंग नीतियों का उल्लंघन किया और गलत तरीके से 2,000 से अधिक अपॉइंटमेंट बुक करवा लीं। इसके बाद, दूतावास ने इन अपॉइंटमेंट्स को तुरंत रद्द कर दिया और संदिग्ध खातों के शेड्यूलिंग अधिकार भी निलंबित कर दिए।
वीजा धोखाधड़ी में शामिल एजेंटों पर कार्रवाई
वीजा धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद, 27 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने कई वीजा और पासपोर्ट एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज किया। दूतावास के अनुसार, इन एजेंटों ने नकली दस्तावेजों के जरिए वीजा प्राप्त करने की कोशिश की, जिससे अमेरिकी सरकार को धोखा दिया गया।
अमेरिकी दूतावास की आंतरिक जांच
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल मई से अगस्त के बीच अमेरिकी दूतावास ने आंतरिक जांच की थी। इस दौरान 30 ऐसे एजेंटों की सूची बनाई गई, जो अलग-अलग आईपी एड्रेस का इस्तेमाल कर अपॉइंटमेंट बुक कर रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि इन एजेंटों ने कई आवेदकों को गलत तरीके से वीजा दिलाने की कोशिश की।
दूतावास की सख्ती और चेतावनी
अमेरिकी दूतावास ने साफ कर दिया है कि वे वीजा आवेदन प्रक्रिया में किसी भी तरह की धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग गलत तरीके से वीजा अपॉइंटमेंट बुक करते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
क्या करें वीजा आवेदक?
अगर आप अमेरिका का वीजा लेना चाहते हैं, तो किसी भी फर्जी एजेंट या दलाल के झांसे में न आएं। वीजा प्रक्रिया को ईमानदारी और पारदर्शिता से पूरा करें, ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।