
लुधियाना के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में आज (19 जून) उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 6 बजे तक चली। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, शाम 5 बजे तक करीब 49.07% मतदान दर्ज किया गया। हालांकि, अंतिम आंकड़े अभी आने बाकी हैं।
इस सीट पर उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि यहां से विधायक रहे गुरप्रीत गोगी की गोली लगने से मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद इस सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया था। अब 23 जून को मतगणना होगी और उसी दिन पता चलेगा कि लुधियाना के लोगों ने अगला प्रतिनिधि किसे चुना है।
इस बार लुधियाना पश्चिम सीट पर मुकाबला दिलचस्प है।
आप के संजीव अरोड़ा मैदान में खड़े है और आम आदमी पार्टी ने पूरा दम लगा दिया है
-
कांग्रेस ने इस सीट से भारत भूषण आशू को मैदान में उतारा है। वह 2012 और 2017 में इसी सीट से विधायक रह चुके हैं और पंजाब सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
-
अकाली दल ने वकील परउपकार सिंह घुम्मण को टिकट दिया है।
-
भाजपा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले वरिष्ठ नेता जीवन गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है।
तीनों पार्टियों ने इस उपचुनाव को लेकर जोरदार प्रचार किया। घर-घर जाकर लोगों से वोट मांगे, सभाएं कीं, रैलियां निकालीं और सोशल मीडिया पर भी सक्रियता दिखाई गई। हर उम्मीदवार ने अपने-अपने वादों और उपलब्धियों के दम पर वोटरों को लुभाने की कोशिश की।
जनता के मूड का पता 23 जून को चलेगा
अब सबकी निगाहें 23 जून पर टिकी हैं, जब वोटों की गिनती होगी। तभी ये साफ होगा कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है और अगला विधायक कौन होगा। इस सीट पर जीत न सिर्फ उम्मीदवार के लिए, बल्कि पार्टी के लिए भी बड़ी बात होगी क्योंकि ये उपचुनाव भविष्य की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।
लुधियाना जैसे बड़े औद्योगिक शहर में जनता का मूड जानना सियासी दलों के लिए बेहद जरूरी है, और इस उपचुनाव का नतीजा उन्हें आगे की दिशा बताएगा।