
पंजाब के सरहदी ज़िले गुरदासपुर को अब सीधी रेल सेवा से जोड़ने की बड़ी तैयारी शुरू हो गई है। गुरदासपुर-मुकेरियां रेल प्रोजेक्ट को लेकर रेलवे मंत्रालय ने 75 लाख रुपये की लागत से आखिरी सर्वे को मंज़ूरी दे दी है। यह सर्वे 30 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के लिए होगा।
लंबे समय से इस रेल लिंक की माँग की जा रही थी और अब इसका सर्वे शुरू होने से इलाके के लोगों और व्यापारियों में भारी उत्साह है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रोजेक्ट न केवल यात्रियों के लिए बल्कि व्यापार, सुरक्षा और स्थानीय उद्योग के लिए भी बेहद फायदेमंद होगा।
क्यों ज़रूरी है यह रेल लाइन?
गुरदासपुर ज़िला पाकिस्तान की सरहद से सटा हुआ है और यहां दो नदियाँ—रावी और ब्यास—भी बहती हैं। यहाँ से हर महीने अनाज और खाद की औसतन 5 रेक ट्रेनों के ज़रिए देश के अन्य हिस्सों में भेजी जाती हैं। इसके अलावा, गुरदासपुर के छेना और काठूनंगल में दो गुड्स कैरियर टर्मिनल (GCT) भी सक्रिय हैं।
अभी की स्थिति में माल और सवारियों को अमृतसर या पठानकोट होकर करीब 140-142 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। कई बार ट्रेनों को रिवर्स करना भी ज़रूरी हो जाता है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है।
लेकिन गुरदासपुर से मुकेरियां तक सीधी रेल लाइन बन जाने पर यह दूरी घटकर 92 किलोमीटर रह जाएगी, जिससे हर रेक पर लगभग 50 किलोमीटर की बचत होगी। इसके अलावा, अमृतसर में ट्रेनों को रिवर्स करने की ज़रूरत भी नहीं रहेगी।
सेना और उद्योग को भी होगा लाभ
गुरदासपुर में तिबड़ी छावनी भी स्थित है, इसलिए यह लाइन सामरिक दृष्टि से भी अहम मानी जा रही है। इससे सेना की आवाजाही और माल ढुलाई में भी सुविधा मिलेगी।
वहीं धारीवाल क्षेत्र, जो ऊनी कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है, वहां से लोकल यात्री ट्रैफिक भी बढ़ेगा। अभी तक लोगों को जालंधर या अमृतसर जाने के लिए लंबा सफर करना पड़ता था, लेकिन इस नई रेल लाइन से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी और सफर आसान होगा।
सर्वे के बाद आगे की प्रक्रिया
रेलवे मंत्रालय के अनुसार, यह अंतिम सर्वे 75 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। इसमें न केवल पूरा रूट तय होगा, बल्कि अंडरपास, ओवरपास, पुलों और नदियों पर क्रॉसिंग की भी योजना बनाई जाएगी। सर्वे रिपोर्ट तैयार होने के बाद भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
जनता में खुशी की लहर
इस घोषणा के बाद गुरदासपुर और आस-पास के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। व्यापारी, किसान और आम लोग जो सालों से इस रेल लाइन की माँग कर रहे थे, उन्होंने अब राहत की साँस ली है। लोगों ने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल सकता है और विकास को नई रफ़्तार देगा।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सर्वे जल्दी पूरा हो और रेल लाइन पर जल्द से जल्द काम शुरू हो।