
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में नहीं थी, तब 3,000 से ज्यादा स्कूलों में शौचालय ही नहीं थे। उन्होंने सवाल उठाया कि उस समय जो नेता आज नेम प्लेटों पर ऐतराज जता रहे हैं, क्या तब उन्हें शर्म नहीं आई जब पंजाब की बेटियों को खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ा?
हरजोत बैंस ने कहा कि आज जब सरकार ने स्कूलों में बाथरूम बनवाए हैं और नेम प्लेट लगाई है, तब ये विपक्षी नेता ईर्ष्या कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने सालों तक सत्ता में रहते हुए भी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दीं।
उन्होंने सवाल किया कि जब बेटियों को साफ-सुथरे शौचालयों की कमी के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा, तब ये नेता कहां थे? उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिनके अपने बच्चों के स्कूलों में एसी वाले बाथरूम हैं, लेकिन गरीबों के बच्चों के लिए एक बाथरूम भी नहीं बनवा सके।
हरजोत बैंस ने कहा कि आज जब आम आदमी पार्टी की सरकार ने गरीबों के बच्चों के लिए साफ-सुथरे बाथरूम बनवाए हैं, तो ये नेता ताने मार रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि नेम प्लेट लगाने का उद्देश्य खुद की तारीफ करना नहीं है, बल्कि यह दिखाना है कि जो काम 75 सालों में नहीं हुआ, वह अब हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, “ये नेम प्लेट नहीं, ये उन सरकारों की नाकामी का सबूत हैं जिन्होंने गरीबों के हक छीने, बड़े-बड़े फार्महाउस बनाए, महल खड़े किए, लेकिन गरीबों के बच्चों के लिए एक शौचालय तक नहीं बनवाया। हमनें पंजाब की बेटियों को इज़्ज़त दी है, सुविधाएं दी हैं।”
बैंस ने ये भी कहा कि पूर्व सरकारों ने जनता की गाढ़ी कमाई से ऐश की, लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार ने उसी पैसे से पंजाब के भविष्य में निवेश किया है। उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ बाथरूम नहीं बनाए, हमने बेटियों को स्कूलों से जुड़ा रहने का एक कारण दिया है।”
उनका यह बयान न सिर्फ विपक्ष पर तंज है, बल्कि यह दर्शाता है कि शिक्षा और मूलभूत सुविधाएं आम आदमी पार्टी की प्राथमिकता में सबसे ऊपर हैं।
हरजोत बैंस का यह साफ संदेश है कि सरकार का काम जनता को सुविधाएं देना है, और अगर उस काम का जिक्र एक नेम प्लेट के ज़रिए होता है, तो इसमें शर्म की कोई बात नहीं। बल्कि ये नेम प्लेटें एक नए युग की शुरुआत और पिछली सरकारों की नाकामियों की याद दिलाती हैं।