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पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। पूरे सप्ताह बाजार में गिरावट बनी रही और लगभग सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। खासतौर पर रियल एस्टेट, मीडिया, एनर्जी, ऑटो, फार्मा और बैंकिंग सेक्टर में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
निफ्टी रियल्टी इंडेक्स को सबसे बड़ा झटका लगा और इसमें 9.4% की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा,
निफ्टी मीडिया 8%
निफ्टी एनर्जी 7%
निफ्टी ऑटो 6%
निफ्टी फार्मा 5.7%
निफ्टी पीएसयू बैंक 5.2% लुढ़क गया।
इस गिरावट ने बाजार में निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है और वे आगे की रणनीति को लेकर सतर्क हो गए हैं।
स्मॉलकैप शेयरों में बड़ी गिरावट, निवेशकों की बढ़ी चिंता
इस हफ्ते बाजार में सबसे ज्यादा असर स्मॉलकैप शेयरों पर पड़ा। 450 से अधिक स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में 10% से 41% तक की गिरावट देखने को मिली। कई कंपनियों के शेयरों में 25% से ज्यादा की गिरावट भी हुई, जिससे छोटे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट के पीछे बाजार में अनिश्चितता, वैश्विक आर्थिक कारक, ब्याज दरों में संभावित बदलाव और निवेशकों की सतर्कता को वजह माना जा रहा है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है और गिरावट के बाद बाजार में फिर से मजबूती देखने को मिल सकती है।
भविष्य में बाजार का क्या होगा हाल?
आईसीआईसीआई डायरेक्ट रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय शेयर बाजार आने वाले वित्तीय वर्षों में सुधार के संकेत दे सकता है। रिपोर्ट के अनुसार,
वित्त वर्ष 2024-25 में निफ्टी में 7% की ग्रोथ की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2025-27 में निफ्टी 15% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ सकता है।
घरेलू जीडीपी ग्रोथ, ब्याज दरों में संभावित कटौती और विकास को समर्थन देने वाली सरकारी नीतियां इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाएंगी।
निवेशकों के लिए क्या करें?
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह सही अवसर हो सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे घबराकर निवेश से बाहर न निकलें और मजबूत कंपनियों के शेयरों में निवेश जारी रखें।
हालांकि, बाजार में गिरावट के कारण शॉर्ट-टर्म निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन लॉन्ग-टर्म में भारतीय शेयर बाजार की संभावनाएं बेहतर नजर आ रही हैं।
पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। स्मॉलकैप शेयरों में 10-41% तक की गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार आने वाले वर्षों में धीरे-धीरे रिकवरी करेगा और लंबी अवधि में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है। निवेशकों को स्मार्ट रणनीति के साथ धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।