
हाल के दिनों में सोने ने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है, लेकिन आने वाले वर्षों में शेयर बाजार बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। एडलवाइस म्यूचुअल फंड की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन सालों में शेयर बाजार सोने से अधिक रिटर्न दे सकता है।
शेयर बाजार बनाम सोना: कौन बेहतर?
रिपोर्ट के मुताबिक, जब किसी देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है, तो शेयर बाजार निवेशकों को उच्च लाभ देता है। सेंसेक्स-टू-गोल्ड रेश्यो के अनुसार, संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले सालों में शेयर बाजार सोने से अधिक मुनाफा कमा सकता है।
अगर हम पिछले 25 वर्षों का डेटा देखें, तो सोने ने 12.55% की औसत वार्षिक रिटर्न दी है, जबकि बीएसई सेंसेक्स ने औसतन 10.73% का रिटर्न दिया है। हालांकि, 10 सालों के आंकड़ों के अनुसार, सोना सिर्फ 36% मौकों पर शेयर बाजार से अधिक रिटर्न देने में सफल रहा है।
सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर अप्रैल डिलीवरी के लिए सोने का फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट 86,875 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
- मार्च 2024 में सोने की कीमतों में 2,600 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
- वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता और मंदी के डर की वजह से सोने की मांग तेजी से बढ़ी है।
- अमेरिका की व्यापार नीति और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है।
कब करें सोने में निवेश?
सोना सुरक्षित निवेश माना जाता है और आर्थिक संकट के समय लोग इसकी ओर रुख करते हैं। हालांकि, जब अर्थव्यवस्था पटरी पर होती है, तो शेयर बाजार अधिक मुनाफा देता है।
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो शेयर बाजार बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप अस्थिरता के समय सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो सोना एक अच्छा विकल्प रहेगा।
विशेषज्ञों की राय
निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखना चाहिए। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि
✅ 60-70% निवेश शेयर बाजार में
✅ 30-40% निवेश सोने में
ताकि जोखिम और लाभ का संतुलन बना रहे।
निष्कर्ष
🔹 सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन शेयर बाजार के बेहतर प्रदर्शन की संभावना है।
🔹 लंबी अवधि में शेयर बाजार ने बेहतर रिटर्न दिया है।
🔹 वैश्विक अस्थिरता के कारण सोने की मांग बढ़ी है।
🔹 निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में दोनों का संतुलन बनाना चाहिए।
आने वाले समय में शेयर बाजार और सोने के बीच प्रतिस्पर्धा दिलचस्प होगी। निवेश से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता को ध्यान में रखें।