
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद बड़ा बदलाव
कनाडा में आज, 28 अप्रैल को आम चुनाव हो रहे हैं। यह चुनाव इसलिए खास है क्योंकि लगभग एक दशक तक देश की कमान संभालने वाले जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद, मार्क कार्नी ने लिबरल पार्टी की कमान संभाली और कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। अब देश की जनता तय करेगी कि अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा।
मुख्य मुकाबला मार्क कार्नी और पियरे पोइलीवरे के बीच
इस चुनाव में सीधा मुकाबला लिबरल पार्टी के मार्क कार्नी और कंजरवेटिव पार्टी के पियरे पोइलीवरे के बीच है। इसके अलावा एनडीपी (न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी) के नेता जगमीत सिंह भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। गौरतलब है कि कनाडा में प्रधानमंत्री का कार्यकाल 5 साल का होता है।
जल्दी चुनाव का ऐलान क्यों?
असली चुनाव तो अक्टूबर 2025 में होने थे, लेकिन मार्क कार्नी ने प्रधानमंत्री पद संभालने के सिर्फ 9 दिन बाद ही जल्दी चुनाव कराने का ऐलान कर दिया। कार्नी का कहना है कि अमेरिका में ट्रंप की वापसी की आशंका को देखते हुए उन्हें एक मजबूत जनादेश चाहिए। कार्नी खुद ट्रंप के नीतियों के खिलाफ माने जाते हैं और चुनावी बहस में उन्होंने कहा कि ट्रंप की धमकियों से पहले ही देश की हालत बिगड़ रही है।
मार्क कार्नी का सफर
मार्क कार्नी बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर रह चुके हैं। यह उनकी पहली बार लिबरल पार्टी के नेता के रूप में आम चुनाव लड़ने की कोशिश है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पियरे पोइलीवरे हैं, जो कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। साथ ही एनडीपी के जगमीत सिंह और ब्लॉक क्यूबेकॉइस पार्टी भी मुकाबले में हैं।
बहुमत की स्थिति और वोटिंग ट्रेंड
कनाडा की संसद में कुल 343 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 172 सीटों की जरूरत होगी। अभी तक के सर्वेक्षणों में मार्क कार्नी को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। उन्हें 42.5% वोट शेयर मिलने की उम्मीद है, जबकि पोइलीवरे को 38.7% वोट शेयर मिल सकता है।
पिछले एक हफ्ते से चली आ रही शुरुआती वोटिंग में लगभग 3.5 करोड़ वोटरों में से 75 लाख लोग पहले ही मतदान कर चुके हैं। इससे जाहिर है कि जनता में चुनाव को लेकर काफी उत्साह है।
प्रमुख पार्टियां और उनका हाल
कनाडा के इस चुनाव में चार बड़ी पार्टियों के बीच मुकाबला है:
-
लिबरल पार्टी (मार्क कार्नी की अगुवाई में): 2015 से सत्ता में है और इस समय 153 सीटें हैं।
-
कंजरवेटिव पार्टी (पियरे पोइलीवरे की अगुवाई में): मुख्य विपक्षी दल है और फिलहाल 120 सीटों के साथ है।
-
एनडीपी (जगमीत सिंह की अगुवाई में): तीसरी सबसे बड़ी पार्टी, वर्तमान में 24 सीटें हैं।
-
ब्लॉक क्यूबेकॉइस: क्यूबेक प्रांत की क्षेत्रीय पार्टी, जिसके पास 33 सीटें हैं।
इसके अलावा ग्रीन पार्टी के पास केवल 2 सीटें हैं।
जनता का फैसला आज
आज के चुनाव परिणाम यह तय करेंगे कि कनाडा की बागडोर किसके हाथों में जाएगी। अगर मार्क कार्नी बहुमत हासिल कर लेते हैं, तो वह अगले पांच वर्षों तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे। अगर किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता, तो गठबंधन सरकार बनने की संभावना है।
यह चुनाव सिर्फ कनाडा की आंतरिक राजनीति के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी अहम भूमिका निभाएगा।