
कनाडा की सत्ताधारी लिबरल पार्टी आज, 9 मार्च 2025, को अपना नया नेता चुनने जा रही है। जो भी नेता चुना जाएगा, वही कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनेगा। जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे पार्टी में एक नए नेता की जरूरत आ पड़ी।
नई सरकार की बड़ी चुनौतियाँ
नए प्रधानमंत्री के सामने कई चुनौतियाँ होंगी। सबसे बड़ी चुनौती अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध (टैरिफ) को संभालना होगा। इसके अलावा, कनाडा में लोगों का गुस्सा लिबरल पार्टी के खिलाफ बढ़ रहा है, जिसे शांत करना भी नए प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी होगी।
हालांकि, जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी की स्थिति में सुधार हुआ है। लेकिन फिर भी, कंजरवेटिव पार्टी अभी भी आगे चल रही है। वहीं, ट्रंप की आक्रामक नीतियों ने कनाडा में राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ाया है, जिससे सत्ताधारी लिबरल पार्टी को भी फायदा हुआ है।
कनाडा में अगला आम चुनाव 20 अक्टूबर 2025 से पहले किसी भी समय हो सकता है। हालांकि, संभावना है कि नए प्रधानमंत्री समय से पहले ही चुनाव कराने का ऐलान कर सकते हैं।
कौन-कौन है प्रधानमंत्री पद की रेस में?
1. मार्क कार्नी (Mark Carney) – सबसे आगे
मार्क कार्नी इस चुनाव में सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। 59 साल के कार्नी बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर रह चुके हैं। उन्होंने 2008 की आर्थिक मंदी के दौरान कनाडा की अर्थव्यवस्था को गिरने से बचाया था।
उनका मुख्य एजेंडा है:
✔ स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना
✔ आर्थिक विकास और नौकरियाँ
✔ जलवायु नीति को मजबूत बनाना
कार्नी खुद को राजनीति से अलग एक आर्थिक विशेषज्ञ बताते हैं और कहते हैं कि वे कनाडा को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे।
2. क्रिस्टिया फ्रीलैंड (Chrystia Freeland) – पूर्व वित्त मंत्री
क्रिस्टिया फ्रीलैंड लिबरल पार्टी की सीनियर नेता रही हैं और ट्रूडो सरकार में वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं।
उन्होंने दिसंबर में जस्टिन ट्रूडो से मतभेद होने के कारण इस्तीफा दे दिया था। उनका कहना था कि सरकार की वित्तीय नीतियाँ सही दिशा में नहीं जा रही थीं।
फ्रीलैंड 2015 से टोरंटो से सांसद हैं और लिबरल पार्टी की एक जानी-मानी चेहरा हैं। वे महिलाओं और मजदूरों के अधिकारों को लेकर भी सक्रिय रही हैं।
3. करीना गोल्ड (Karina Gould) – युवा और प्रगतिशील नेता
37 साल की करीना गोल्ड इस दौड़ में सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं। वे 2015 से सांसद हैं और सरकार में परिवार, सामाजिक विकास और अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं।
उनके एजेंडे में शामिल हैं:
✔ LGBTQ+ अधिकारों का समर्थन
✔ मारिजुआना को कानूनी रूप देना
✔ “कनाडा फर्स्ट” नीति को बढ़ावा देना
अगर करीना चुनाव जीतती हैं, तो वे कनाडा की अब तक की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन सकती हैं।
4. फ्रैंक बेलिस (Frank Baylis) – व्यापारी और नेता
फ्रैंक बेलिस एक सफल कारोबारी और पूर्व सांसद हैं। वे 2015 में संसद पहुंचे थे लेकिन 2019 में चुनाव नहीं लड़ा।
उनका कहना है कि वे अपने व्यापारिक अनुभव का इस्तेमाल करके कनाडा की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएंगे। बेलिस मानवाधिकारों और सामाजिक सुधारों के बड़े समर्थक हैं।
चुनाव प्रक्रिया और आज का फैसला
लिबरल पार्टी के इस चुनाव में करीब 140,000 पंजीकृत सदस्य हिस्सा लेंगे। चुनाव रैंक्ड बैलेट सिस्टम से होगा, जिसमें वोटों की गिनती के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
किसी भी उम्मीदवार को जीतने के लिए 50% से अधिक वोट लेने होंगे। अगर पहले दौर में कोई उम्मीदवार यह लक्ष्य हासिल नहीं कर पाता, तो सबसे कम वोट पाने वाले उम्मीदवार को हटा दिया जाएगा और उनके वोट दूसरी पसंद के उम्मीदवार को मिलेंगे। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी जब तक किसी उम्मीदवार को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल जाता।
आज का दिन कनाडा की राजनीति के लिए बेहद अहम है। देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका फैसला कुछ ही घंटों में हो सकता है। क्या मार्क कार्नी इस रेस में जीतेंगे या क्रिस्टिया फ्रीलैंड और करीना गोल्ड उन्हें कड़ी टक्कर देंगी? यह देखना दिलचस्प होगा!