
पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की शुरुआत करते हुए मई और जून 2025 में राज्य भर में ‘नशा मुक्ति यात्रा’ शुरू करने का ऐलान किया है। यह यात्रा हर गांव और हर वार्ड तक पहुंचेगी, जिससे समाज के हर हिस्से को नशे के विरुद्ध जागरूक किया जा सके।
2 से 4 मई तक होंगी जिला स्तरीय बैठकें
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में इस अभियान की शुरुआत 2 मई से 4 मई तक पूरे राज्य में जिला स्तर पर बैठकों के साथ होगी। इन बैठकों में गांव की सुरक्षा समितियों, सरपंचों, पुलिस अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य स्थानीय नेताओं को शामिल किया जाएगा।
गांव और शहरों में बनेंगी सुरक्षा समितियाँ
जहां अभी तक गांव सुरक्षा समितियाँ नहीं बनीं, वहां डीसी और एसएसपी को नए गठन के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह, शहरी क्षेत्रों के हर वार्ड में “वार्ड सुरक्षा समिति” बनाई जाएगी। इन समितियों को जागरूकता फैलाने, निगरानी बढ़ाने और प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने का जिम्मा सौंपा जाएगा।
7 मई से हर गांव-वार्ड में जनसभाएं
अभियान का दूसरा चरण 7 मई से शुरू होगा। इसमें हर गांव और वार्ड में एक जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसमें स्थानीय जनता, सुरक्षा समितियाँ, प्रशासन और जनप्रतिनिधि मिलकर नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाएंगे। सरकार द्वारा तय शेड्यूल के अनुसार हर क्षेत्र को कवर किया जाएगा।
जन आंदोलन बनेगी मुहिम: मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह यात्रा सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि इसे जन आंदोलन बनाना है। उन्होंने समाज के हर व्यक्ति से सहयोग और समर्थन की अपील की ताकि नशे के सौदागरों को पूरी तरह खत्म किया जा सके और पीड़ितों को पुनर्वास के लिए रास्ता मिल सके।
सरपंचों और समितियों से सक्रिय भूमिका की उम्मीद
मुख्यमंत्री ने सरपंचों, गांव व वार्ड सुरक्षा समितियों से अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब स्थानीय नेतृत्व सक्रिय होता है, तो बदलाव ज़मीनी स्तर पर दिखाई देता है।
नशा मुक्त पंजाब की दिशा में यह एक ठोस और संगठित प्रयास माना जा रहा है, जो पूरे राज्य में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।