
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ प्लान ने दुनियाभर में व्यापारिक तनाव पैदा कर दिया है। अमेरिका ने चीन पर फिर से टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया है, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के इम्पोर्ट पर 10 से 15 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इस विवाद में अब मैक्सिको और कनाडा भी कूद पड़े हैं, जिन्होंने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।
कैसे शुरू हुआ ट्रेड वॉर?
दरअसल, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर पहले से ही खींचतान चल रही थी। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि चीन अमेरिकी बाजारों में सस्ते उत्पाद बेचकर अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसी वजह से अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर पहले भी टैरिफ लगाया था।
अब ट्रंप ने एक बार फिर चीन से आने वाले सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जो 4 मार्च से लागू हो गया है। इससे चीन पर कुल टैरिफ 20 प्रतिशत तक पहुंच गया। ट्रंप के इस फैसले के बाद चीन ने भी कड़ा जवाब दिया और अमेरिका से आने वाले सामानों पर 10-15 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा कर दी।
मैक्सिको और कनाडा भी शामिल
ट्रंप के टैरिफ प्लान का असर सिर्फ चीन तक सीमित नहीं रहा। अमेरिका के पड़ोसी देश मैक्सिको और कनाडा ने भी बदले में टैरिफ लगाने की योजना बनाई है। इन देशों को अमेरिका के टैरिफ से आर्थिक नुकसान हो सकता है, इसलिए उन्होंने भी जवाबी कदम उठाने का फैसला किया है।
आम लोगों पर क्या असर होगा?
इस व्यापारिक जंग का असर सिर्फ सरकारों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आम लोगों और कंपनियों पर भी पड़ेगा।
- महंगाई बढ़ेगी: टैरिफ के कारण चीन और अमेरिका दोनों देशों में वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे आम लोगों को अधिक खर्च करना पड़ेगा।
- नौकरियों पर असर: अमेरिका और चीन की कंपनियां व्यापार में नुकसान झेल सकती हैं, जिससे नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं।
- वैश्विक व्यापार को नुकसान: दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था अमेरिका और चीन से जुड़ी हुई है। इस टकराव के कारण अन्य देशों का व्यापार भी प्रभावित होगा।
क्या होगा आगे?
अमेरिका और चीन के बीच यह व्यापारिक लड़ाई लगातार बढ़ रही है। ट्रंप प्रशासन चीन पर और सख्त कार्रवाई कर सकता है, वहीं चीन भी जवाबी कदम उठाने के लिए तैयार है। अगर दोनों देश कोई समझौता नहीं करते हैं, तो यह विवाद और गंभीर हो सकता है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान के कारण दुनिया में ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बन गई है। चीन ने भी जवाबी टैरिफ लगाकर इस जंग को और आगे बढ़ा दिया है। अब मैक्सिको और कनाडा भी इस विवाद में शामिल हो गए हैं। इसका असर वैश्विक व्यापार, महंगाई और नौकरियों पर पड़ सकता है। अब देखना होगा कि यह व्यापारिक लड़ाई कैसे आगे बढ़ती है और क्या कोई समाधान निकलता है या नहीं।