
संयुक्त राष्ट्र (UN) की आतंकवाद विरोधी बैठक में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने पाकिस्तान को ‘दुष्ट देश’ करार देते हुए कहा कि वह आतंकवाद को पनाह देता है और पूरे दक्षिण एशिया में अशांति फैलाता है।
खुद पाकिस्तान ने मानी अपनी गलती
योजना पटेल ने अपने बयान में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के हाल ही के इंटरव्यू का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान के मंत्री खुद यह मान रहे हैं कि उनका देश आतंकियों को ट्रेनिंग और पैसा देता है, तो फिर किसी और सबूत की जरूरत नहीं बचती। यह पाकिस्तान का खुद को बेनकाब करना है।
ख्वाजा आसिफ ने स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में माना कि पाकिस्तान ने पिछले 30 साल से आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और यह काम उन्होंने अमेरिका के कहने पर भी किया। उन्होंने यह भी कहा कि पहले लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान से जुड़े हुए थे, हालांकि अब उनका कहना है कि ये संगठन खत्म हो चुके हैं।
पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र
योजना पटेल ने अपने संबोधन में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी मुद्दा उठाया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी। पटेल ने कहा कि यह हमला 2008 के मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
उन्होंने बताया कि भारत लंबे समय से सीमा पार से फैलाए जा रहे आतंकवाद का शिकार रहा है और यह हमला इस बात का ताजा उदाहरण है। पाकिस्तान हमेशा से आतंकवाद को पालने और बढ़ावा देने में शामिल रहा है, और अब खुद उनके मंत्री ने इस सच्चाई को सबके सामने रख दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में बिना नाम लिए दिया जवाब
योजना पटेल ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से बिना सीधे पाकिस्तान का नाम लिए हुए कहा कि कुछ देशों के प्रतिनिधियों ने इस मंच का गलत इस्तेमाल करते हुए भारत पर झूठे आरोप लगाए। उन्होंने साफ कहा कि भारत आतंकवाद का शिकार रहा है, न कि आतंकवाद फैलाने वाला देश।
पटेल ने पहलगाम हमले के बाद भारत को समर्थन देने के लिए संयुक्त राष्ट्र और दुनियाभर के देशों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा और आतंक के पीड़ितों को न्याय दिलाने की कोशिश जारी रखेगा।
दुनिया को अब आंखें खोलनी होंगी
योजना पटेल ने अपने भाषण में दुनिया को चेताया कि अब वक्त आ गया है कि सब देश आतंकवाद को लेकर कोई नरमी न बरतें। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जैसे देश जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, उन्हें अलग-थलग करना जरूरी है ताकि दुनिया में शांति बनी रह सके।
—
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में दमदार तरीके से आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। योजना पटेल के तर्क और पाकिस्तान के मंत्री के कबूलनामे ने पूरी दुनिया के सामने सच्चाई उजागर कर दी है। अब देखने वाली बात होगी कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस पर क्या ठोस कार्रवाई होती है।