
पंजाब की राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अमन अरोड़ा ने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने पंजाब कैबिनेट के हालिया फैसले को लेकर हो रहे विपक्षी विरोध को “झूठा प्रचार” बताया और कहा कि विरोधी केवल लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में हाल ही में कैबिनेट मीटिंग हुई थी, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। इन फैसलों में एक महत्वपूर्ण फैसला यह था कि पंजाब की स्थानीय हाउसिंग अथॉरिटीज़ जैसे GMADA, GLADA और GDA के चेयरमैन की ज़िम्मेदारी अब मुख्यमंत्री के बजाय मुख्य सचिव को दी गई है। इस फैसले को लेकर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा और राजा वड़िंग ने आप सरकार की आलोचना की और इसे मुख्यमंत्री की “अथॉरिटी में कमी” बताया।
इस पर अमन अरोड़ा ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्य सचिव राज्य का सबसे वरिष्ठ और जिम्मेदार अधिकारी होता है, जो संविधान की सेवा करता है। ऐसे पदों पर सवाल उठाना न सिर्फ़ अधिकारियों का अपमान है, बल्कि यह राज्य की संस्थाओं पर भी हमला है। उन्होंने कहा कि विरोधियों को अपनी राजनीति चमकाने के लिए झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए।
अरोड़ा ने साफ किया कि PUDA बोर्ड का चेयरमैन अब भी मुख्यमंत्री ही रहेंगे और सभी नीतिगत फैसले कैबिनेट में पेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय अथॉरिटी के फैसलों को अंतिम मंज़ूरी कैबिनेट से ही मिलेगी, इसलिए मुख्यमंत्री की भूमिका कम नहीं हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता झूठ फैलाकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष की राजनीति अब सिर्फ़ नकारात्मक प्रचार तक सीमित रह गई है, जिससे राज्य का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह लोग अपनी खत्म होती राजनीतिक पकड़ को बचाने के लिए ऐसी बयानबाज़ी कर रहे हैं।
अरोड़ा ने विरोधियों को सलाह दी कि वे बेबुनियाद बयानबाज़ी छोड़ें और सरकार को राज्य के विकास के लिए काम करने दें। उन्होंने दोहराया कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत की भलाई के लिए काम कर रही है, और मुख्यमंत्री भगवंत मान का सपना है कि पंजाब को फिर से खुशहाल और विकसित राज्य बनाया जाए।