“लोकसभा चुनाव 2024: बीएसपी सुप्रीमो Mayawati ने एकलपथ में चुनाव लड़ने का एलान किया है। इससे राजनीतिक क्षेत्र में चर्चा में तेज़ी आई है। उसी समय, सहारनपुर में चुनावी समीकरण भी बदल गए हैं।
विपक्षी दलों ने BJP को सत्ता से हटाने के लिए एकजुटता की मांग करके गठबंधन बनाने का इरादा किया था, लेकिन बीएसपी सुप्रीमो के बयान के बाद ऐसा लगता है कि इसका समर्थन टूट रहा है। बीएसपी सुप्रीमो Mayawati ने स्पष्ट किया है कि वह गठबंधन के बिना अपने दम पर ही चुनाव लड़ेंगी। इस बयान के बाद, जबकि गठबंधन में बेचैनी बढ़ी है, वहीं भाजपा के अधिकारी इससे खुश नजर आ रहे हैं। जिन्होंने अपने राजनीतिक समीकरण सुलझाने शुरू कर दिए हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर अपनी राय दी।
– BSP सांसद हाजी फजरलुरहमान कहते हैं कि उन्हें इस बारे में ज्यादा कहने की अनुमति नहीं है, लेकिन पार्टी को गठबंधन के साथ आना चाहिए।
– BJP जिलाध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह सैनी कहते हैं कि अनुसूचित जाति के शिक्षित वर्ग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पसंद करता है। BSP प्रत्याशी का आना BJP को इसका फायदा होगा। हाल ही में हमने अनुसूचित बस्ती संपर्क अभियान चलाया। यह सब उसी का परिणाम है। इसके माध्यम से BJP की नीतियां हर वर्ग तक पहुंचाने का काम किया गया।
– Congress जिलाध्यक्ष मुजफ्फर अली कहते हैं कि बीएसपी का जो भी फैसला हो, Congress हर बूथ स्तर तक मजबूती के साथ खड़ी है। गठबंधन न हो तो भी Congress प्रत्याशी जीतेगा। राजनीति में सब कुछ संभव है। यदि गठबंधन होता है तो वह भी निभाया जाएगा। अभी चुनाव का समय बाकी है।
– रालोद जिलाध्यक्ष राव कैसर कहते हैं कि अगर सांप्रदायिक ताकतों का मुकाबला करना है तो सभी दलों को एक साथ आना होगा। इसी उद्देश्य से इंडिया गठबंधन बना है। यह
चुनाव साबित करेगा कि कौन इन ताकतों का मुकाबला करना चाहता है और कौन नहीं।
– आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष विशाल गौतम कहते हैं कि चुनाव के लिए अभी काफी समय है। राजनीति एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें सब कुछ संभव है।”