RamLala की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, कई विपक्षी दलों ने इसे BJP का कार्यक्रम मानकर इससे दूरी बनाए रखी , और इस पर बहुप्रतिक प्रमुख Mayawati भी न तो कार्यक्रम में शामिल हुईं और न ही कोई प्रतिक्रिया दी। इसके बाद, अब उनके भतीजे आकाश आनंद ने राम मंदिर के संबंध में उनकी चुप्पी के बारे में रिएक्ट किया है। आकाश आनंद ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को RamLala की प्रतिष्ठा के लिए नहीं बुलाया जाना, इसे प्रटोकॉल में PM Narendra Modi को प्रमुख रखने के लिए किया गया था। उन्होंने इसे BJP सरकार की बड़ी ग़लती बताई और कहा कि राष्ट्रपति को इस कार्यक्रम में न बुलाने की भूल हुई है।
BJP के द्वारा भेजे गए निमंत्रण का इनकार करते हुए, Mayawati का चुप रहना एक सामाजिक और राजनीतिक विवाद उत्पन्न कर रहा है। आकाश आनंद के इस रिएक्टिंग से साफ है कि वह इस मुद्दे में अपने भावनात्मक और राजनीतिक दृष्टिकोण को साझा कर रहे हैं और उन्हें लगता है कि BJP ने प्रमुखता प्राप्त करने के लिए द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया।
Mayawati ने इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का एक आधिकारिक युक्तिकरण नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने पहले कहा था कि वह निमंत्रित हैं और वह इसमें भाग लेंगीं। इसके बावजूद, उन्होंने इसका कोई विरोध भी नहीं किया था, बल्कि उन्होंने यह भी कहा था कि वह BSP एक सामप्रदायिक पार्टी है और हर किसी का स्वागत करती है, अगर उन्हें बुलाया गया तो वह भी भाग लेंगीं।
आकाश आनंद को Mayawati ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में घोषित किया है और वह अक्सर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। उन्हें Mayawati द्वारा अपने विश्वास के बड़े संतान के रूप में देखा जाता है । उनके द्वारा किए गए रिएक्टिंग से साफ हो रहा है कि BJP और सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों पर उनका स्टैंड स्पष्ट है और वह उसे एक ग़लती मान रहे हैं।