
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय रहीं इंफ्लुएंसर कंचन कुमारी उर्फ भाभी कमल कौर की हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक का सबसे बड़ा खुलासा किया है। एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि यह कोई अचानक हुई वारदात नहीं थी, बल्कि इसके पीछे एक गहरी और पहले से तैयार की गई साजिश थी।
जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह महिरों और उसके चार साथियों ने इस हत्या की योजना पिछले तीन महीनों से बनानी शुरू कर दी थी। इन लोगों ने कई बार लुधियाना में कमल कौर के घर भी जाकर उसका भरोसा जीता और दोस्ती गहरी की।
हत्या से कुछ दिन पहले सभी आरोपी मोगा से लुधियाना पहुंचे और कार की प्रमोशन के बहाने कमल कौर को बठिंडा ले आए। यहां उन्होंने उसकी कार की मरम्मत करवाई और उसे कुछ पैसे भी दिए, जिससे वह और ज़्यादा भरोसे में आ जाए।
इसके बाद आरोपी कमल कौर को बठिंडा के अलग-अलग इलाकों में घुमाते रहे, ताकि कोई सुनसान जगह मिल सके। आख़िरकार उन्होंने भुच्चो रोड इलाके को वारदात के लिए चुना। रात के अंधेरे में आरोपी अमृतपाल, जसप्रीत और निमरजीत ने मिलकर कार में ही कमल कौर की गला घोंट कर हत्या कर दी। इसके लिए उन्होंने एक परना (कपड़ा) इस्तेमाल किया।
हत्या के बाद, आरोपी उसकी लाश वाली कार को आदेश अस्पताल के पास एक पार्किंग में छोड़कर वहां से फरार हो गए। इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह महिरों हत्या के बाद सीधे अमृतसर एयरपोर्ट गया और वहां से UAE भाग गया।
एसएसपी कौंडल ने बताया कि जब पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया, तभी उन्हें अमृतपाल के विदेश भागने की जानकारी मिली। अब पुलिस राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से अमृतपाल को भारत वापस लाने की कोशिश कर रही है।
कमल कौर की हत्या से पहले उसके साथ यौन शोषण हुआ या नहीं, इस पर एसएसपी ने साफ इंकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम करने वाली डॉक्टर्स की टीम को इस पहलू की विशेष जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और जल्द ही इस बारे में रिपोर्ट सामने आएगी।
यह मामला न केवल एक दर्दनाक हत्या है, बल्कि यह दिखाता है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाली पहचान और लोकप्रियता के पीछे कैसे कोई खतरनाक साजिश भी छुपी हो सकती है।