
अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया का भीषण प्लेन क्रैश पूरे देश को हिला गया। एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसा इतना भयानक था कि कई शवों की पहचान तक मुश्किल हो गई। इस हादसे में 265 लोगों की मौत हुई, और सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बच पाया।
ब्लैक बॉक्स बरामद, जांच में तेजी
भारत के एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। अमेरिका की NTSB और ब्रिटेन की एयर एक्सिडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच भी भारत की मदद कर रही हैं। हादसे के 28 घंटे बाद ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया, जो अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज की एक इमारत की छत पर मिला।
ब्लैक बॉक्स एक ऐसा यंत्र होता है जो विमान की उड़ान से जुड़ी हर जानकारी रिकॉर्ड करता है। इसमें कॉकपिट की आवाजें और तकनीकी डेटा होते हैं, जो हादसे की असली वजह पता लगाने में मदद करेंगे।
गलत वीडियो पर मंत्रालय ने दी सफाई
सोशल मीडिया पर ब्लैक बॉक्स को लेकर कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें गलत डिवाइस को ब्लैक बॉक्स बताया जा रहा था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने साफ कर दिया कि वायरल वीडियो में जो दिखाया गया है, वह असली ब्लैक बॉक्स नहीं है।
डीएनए से होगी शवों की पहचान
हादसे के बाद शव बुरी तरह जल गए हैं, जिससे पहचान करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में डीएनए टेस्ट के ज़रिए मृतकों की पहचान की जा रही है। सभी शवों को कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखा गया है और अगले 72 घंटों में डीएनए रिपोर्ट आने की उम्मीद है। रिपोर्ट आने के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।
एयर इंडिया के विमानों की होगी विशेष जांच
DGCA ने हादसे के बाद एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 विमानों की विशेष जांच के निर्देश दिए हैं। अब उड़ान से पहले फ्यूल सिस्टम, इंजन कंट्रोल सिस्टम, ऑयल और हाइड्रोलिक सिस्टम, और टेकऑफ पैरामीटर्स की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसा हादसा न हो।
टाटा समूह की संवेदनशील प्रतिक्रिया
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इस हादसे को समूह के इतिहास का सबसे काला दिन बताया। उन्होंने कहा कि समूह अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटेगा और जांच में पूरी पारदर्शिता रखेगा। उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसे के अगले दिन अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने खुद घटनास्थल का दौरा किया, राहत कार्यों की जानकारी ली और घायलों से अस्पताल में मुलाकात भी की। पीएम मोदी ने अकेले बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश से भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना। उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
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यह हादसा न केवल तकनीकी जांच का विषय है, बल्कि पूरे देश के लिए एक भावनात्मक क्षण भी है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट और इस सवाल पर हैं कि क्या ये हादसा किसी तकनीकी गलती का नतीजा था या किसी और वजह से हुआ। जवाब जल्द ही ब्लैक बॉक्स से मिल सकते हैं।