
कनाडा के आम चुनाव में लिबरल पार्टी ने फिर से सत्ता में वापसी की है। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी ने 167 सीटों पर जीत या बढ़त हासिल की है, जिससे उनका नेतृत्व बरकरार रहेगा। हाउस ऑफ कॉमन्स की कुल 343 सीटों में से सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 172 सीटें चाहिए होती हैं। वोटों की गिनती अभी भी जारी है, लेकिन लिबरल पार्टी बहुमत के करीब पहुंच चुकी है।
कंजरवेटिव पार्टी को करारा झटका
दूसरी ओर, कंजरवेटिव पार्टी केवल 145 सीटों पर आगे है, जिससे यह साफ है कि वे इस बार सरकार नहीं बना पाएंगे। कंजरवेटिव नेता पियरे पोलिएवर ने चुनाव परिणामों को स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अब विपक्ष की भूमिका निभाएगी और सरकार को जवाबदेह बनाएगी।
विक्ट्री स्पीच में अमेरिका पर तीखा हमला
ओटावा में अपनी जीत के बाद भाषण देते हुए मार्क कार्नी ने अमेरिका पर खुलकर हमला बोला। उन्होंने कहा,
“अमेरिका और कनाडा के बीच का पुराना रिश्ता अब खत्म हो चुका है। अमेरिका अब हमारे संसाधनों, हमारी ज़मीन और हमारे देश पर कब्ज़ा करना चाहता है।”
प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा कि अमेरिका की ओर से आने वाली धमकियाँ अब असली खतरा बन चुकी हैं और राष्ट्रपति ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका, कनाडा को कमजोर करना चाहता है।
“हम कभी झुकेंगे नहीं”
कार्नी ने कनाडा की एकता और संप्रभुता को लेकर बेहद भावुक अंदाज़ में कहा,
“हम अमेरिका के सामने कभी नहीं झुकेंगे। ट्रम्प हमें तोड़ना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
उन्होंने देशवासियों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि कनाडा अब एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है।
“Canada Strong, Canada Free, Canada Forever”
मार्क कार्नी ने एक नया नारा देते हुए कहा,
“Canada Strong, Canada Free, Canada Forever!”
यह नारा उनके देशप्रेम और आत्मनिर्भरता के संदेश को दर्शाता है। उन्होंने ऐलान किया कि कनाडा अमेरिका पर अपनी निर्भरता को कम करेगा और इसके लिए अरबों डॉलर खर्च किए जाएंगे।
आयात शुल्कों पर सख्त रुख
कार्नी ने वादा किया कि वे वॉशिंगटन के साथ आयात-निर्यात के मसले पर सख्ती से पेश आएंगे। कनाडा अब अपने आर्थिक फैसले खुद करेगा और अमेरिकी दबाव में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले महीने चुनौतियों से भरे होंगे, लेकिन त्याग और एकता से देश हर संकट का सामना करेगा।
बदलाव की लहर के बावजूद लिबरल्स को दोबारा मौका
हालांकि देश में बदलाव की मांग उठ रही थी, लेकिन लिबरल पार्टी ने फिर से लोगों का भरोसा जीत लिया। यह उनके लिए एक और मौका है, जिससे वे कनाडा के भविष्य को नई दिशा दे सकते हैं।
विपक्ष की भूमिका में पियरे पोलिएवर
हार मानने के बाद कंजरवेटिव नेता पियरे पोलिएवर ने कहा कि वे अब एक मजबूत विपक्ष की भूमिका में रहेंगे और सरकार के हर फैसले की जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा की जनता बदलाव चाहती थी, और उनका संघर्ष जारी रहेगा।
कनाडा में हुए इस चुनाव ने साफ कर दिया है कि जनता ने एक बार फिर से स्थिरता और अनुभव को चुना है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री मार्क कार्नी अपने वादों पर कितना खरा उतरते हैं और अमेरिका के साथ बिगड़ते संबंधों को कैसे संभालते हैं।