UP by-elections: कांग्रेस ने यूपी के 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक कोई अधिसूचना जारी नहीं की है, लेकिन प्रमुख पार्टियाँ इस चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर रही हैं। कांग्रेस ने इस संदर्भ में विभिन्न पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
कांग्रेस ने सिसामऊ सीट के लिए सांसद किशोरी लाल शर्मा, मीरापुर के लिए इमरान मसूद, फूलपुर के लिए उज्जवल रमन सिंह, कुंदरकी के लिए राकेश राठौर, गाज़ियाबाद के लिए तानुज पुनिया और मझवान के लिए विधायक वीरेंद्र चौधरी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इसके अलावा, कैथरी के लिए नसीमुद्दीन सिद्दीकी, मिल्किपुर के लिए अखिलेश प्रताप सिंह, खैर के लिए राजकुमार रावत और करहल के लिए रामनाथ सिकरवार को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
उपचुनाव की स्थिति
उपचुनाव के लिए सीटों का बंटवारा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच अभी तक नहीं हुआ है। कांग्रेस ने 10 विधानसभा सीटों में से पांच सीटों का दावा किया है, जहां समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। कांग्रेस का कहना है कि इन सीटों के अलावा बाकी पांच सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारे। इस पर अंतिम निर्णय केंद्रीय समिति द्वारा लिया जाएगा।
लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के पक्ष में बने सकारात्मक माहौल को देखते हुए, पार्टी ने यूपी के आगामी विधानसभा उपचुनावों में सक्रिय भूमिका निभाने की योजना बनाई है। कांग्रेस का लक्ष्य है कि वह उपचुनाव में कम से कम चार सीटें अपने नाम कर सके। पार्टी की केंद्रीय समिति ने चुनावी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है और सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ बातचीत चल रही है। कांग्रेस की कोशिश है कि वह उपचुनाव में मजबूती से मुकाबला कर सके और महत्वपूर्ण सीटें जीतकर अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत कर सके।