
भारतीय क्रिकेट फैंस और बीसीसीआई (BCCI) के लिए एक निराशाजनक खबर सामने आई है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की मेज़बानी को लेकर भारत की उम्मीदें फिलहाल पूरी नहीं होंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले तीन WTC फाइनल भी इंग्लैंड में ही खेले जाएंगे, जिससे भारत को कम से कम 8 साल और इंतज़ार करना पड़ेगा।
BCCI की उम्मीदों को झटका
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड लंबे समय से कोशिश कर रहा है कि किसी WTC फाइनल का आयोजन भारत में कराया जाए। बीसीसीआई ने इस विषय में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के सामने कई बार प्रस्ताव रखा, लेकिन अब तक उन्हें हरी झंडी नहीं मिली। इंग्लैंड को एक बार फिर वरीयता मिलती दिखाई दे रही है।
2025 से 2031 तक इंग्लैंड ही मेज़बान!
ब्रिटिश अखबार टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025, 2027 और 2029 में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल भी इंग्लैंड के मैदानों पर ही खेले जाएंगे। माना जा रहा है कि इसका औपचारिक ऐलान जुलाई 2025 में सिंगापुर में होने वाली ICC की सालाना मीटिंग में किया जाएगा।
अगर ऐसा होता है तो भारत को 2031 या उसके बाद तक इंतजार करना पड़ सकता है, जिससे BCCI का सपना और दूर चला जाएगा।
बीसीसीआई के प्रभाव के बावजूद निराशा
दिलचस्प बात ये है कि बीसीसीआई आज वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे ताकतवर क्रिकेट संस्था मानी जाती है। उसके पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है, और भारत में क्रिकेट का जबरदस्त फैन बेस है। जय शाह, जो बीसीसीआई के पूर्व सचिव हैं, फिलहाल ICC के चेयरमैन हैं, फिर भी भारत को मेज़बानी नहीं मिल पाई।
अब तक कहां-कहां हुए हैं फाइनल?
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2021: भारत vs न्यूजीलैंड — साउथेम्प्टन (इंग्लैंड)
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2023: भारत vs ऑस्ट्रेलिया — ओवल, लंदन
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2025 (संभावित): ऑस्ट्रेलिया vs दक्षिण अफ्रीका — लॉर्ड्स, लंदन
हर बार इंग्लैंड को मेज़बान बनाना, ICC की उस नीति को दर्शाता है जिसमें न्यूट्रल वेन्यू को प्राथमिकता दी जाती है और इंग्लैंड का मौसम जून-जुलाई में टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श माना जाता है।
भारत को क्यों नहीं मिला मौका?
ICC का मानना है कि इंग्लैंड के पास फाइनल के लिए बहेतर इंफ्रास्ट्रक्चर, मौसम और न्यूट्रल लोकेशन का फायदा है। वहीं भारत में गर्मी और मॉनसून की वजह से जून-जुलाई में टेस्ट मैच कराना मुश्किल हो सकता है।
नज़रे अब 2031 पर
अब भारत को उम्मीद है कि 2031 के बाद होने वाले WTC फाइनल में मेज़बानी का मौका मिल सकता है। तब तक के लिए फैंस को इंग्लैंड में होने वाले मुकाबलों से ही संतोष करना होगा।