सोने और चांदी के वायदा बाजार में तेजी जारी है। आज सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गईं, और मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर यह 80,440 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर तक पहुँच गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में 0.13% की वृद्धि देखी गई, और यह 91,170 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास कारोबार कर रही है। हालांकि, चांदी की कीमतों में मजबूत शुरुआत के बाद हल्की गिरावट भी देखी गई।
सोने की वायदा कीमतों ने छुआ उच्चतम स्तर
सोने के वायदा अनुबंधों में आज जोरदार बढ़त देखने को मिली। MCX पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना अनुबंध 36 रुपये की बढ़त के साथ 80,325 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला। खबर लिखे जाने तक, यह 63 रुपये की बढ़त के साथ 80,352 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। कारोबार के दौरान यह 80,413 रुपये के उच्चतम और 80,325 रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुँचा।
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में मजबूती की वजह से घरेलू बाजार में भी तेजी देखने को मिल रही है। अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं और डॉलर में कमजोरी के कारण सोने की मांग बनी हुई है।
चांदी में भी रही तेजी, लेकिन बाद में आई गिरावट
चांदी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। MCX पर मार्च डिलीवरी वाली चांदी 1 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 91,052 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुली। हालांकि, बाद में इसमें 49 रुपये की गिरावट देखी गई और यह 91,002 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। कारोबार के दौरान चांदी 91,154 रुपये के उच्चतम और 90,905 रुपये के न्यूनतम स्तर तक पहुँची।
गौरतलब है कि पिछले साल चांदी की वायदा कीमतें 1,00,081 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर को छू चुकी हैं।
2024 में सोने ने 20% और चांदी ने 17% का रिटर्न दिया
2024 में सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। पूरे वर्ष के दौरान सोने की कीमत में 20.22% की बढ़त हुई, जबकि चांदी की कीमत में 17.19% का इजाफा हुआ। 1 जनवरी 2024 को सोना 63,352 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो 31 दिसंबर 2024 को बढ़कर 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इसी दौरान चांदी की कीमत 73,395 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 86,017 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी सोने-चांदी की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता, मुद्रास्फीति, और केंद्रीय बैंकों की नीतियों के चलते निवेशक सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोने और चांदी की ओर रुख कर रहे हैं। यदि यह रुझान जारी रहा, तो आने वाले समय में दोनों धातुओं की कीमतें और भी ऊँचाई पर जा सकती हैं।