
आज यानी 10 जून 2025, भारतीय शेयर बाजार में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिला। निवेशकों को जहां एक ओर बैंकिंग सेक्टर से निराशा मिली, वहीं दूसरी ओर आईटी और मेटल सेक्टर ने बाज़ार को थामे रखा।
बीएसई सेंसेक्स (Sensex) दिन के अंत में 82,391 अंकों पर बंद हुआ, जिसमें करीब 53 अंकों की गिरावट रही। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 (Nifty 50) 1 अंक की मामूली बढ़त के साथ 25,104 के स्तर पर बंद हुआ।
बैंकिंग सेक्टर ने डगमगाया सेंसेक्स
आज के दिन सबसे बड़ी गिरावट बैंकिंग और फाइनेंशियल कंपनियों में देखने को मिली। ICICI बैंक, एचडीएफसी, और एसबीआई जैसे बड़े नामों में मुनाफावसूली के चलते दबाव बना। कई निवेशकों ने हाल के लाभ को भुनाने के लिए शेयर बेचे, जिससे बाजार में थोड़ी नरमी आई।
आईटी और मेटल सेक्टर बने सहारा
हालांकि, आईटी और मेटल सेक्टर ने बाजार को संभाले रखा। टेक कंपनियों में बढ़त दिखी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी शेयरों में अच्छी चाल देखी गई। इसके अलावा, मेटल कंपनियों को भी अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी का फायदा मिला।
दिन भर का कारोबार कैसा रहा?
दिन की शुरुआत अच्छी रही। ग्लोबल मार्केट्स से अच्छे संकेत और घरेलू नीति स्थिरता के चलते निवेशकों ने शुरुआत में अच्छी खरीदारी की। लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, बैंकिंग सेक्टर में बिकवाली शुरू हो गई और बाजार थोड़ा कमजोर पड़ा।
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सेंसेक्स दिन में 82,680 तक गया लेकिन फिर 82,240 तक लुढ़क गया।
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निफ्टी भी 25,150 का उच्चतम स्तर छूने के बाद थोड़ा नीचे आया।
टॉप गेनर और लूज़र
टॉप गेनर शेयरों में डॉ. रेड्डीज़ लैब, टीसीएस और लार्सन एंड टूब्रो जैसे नाम शामिल रहे। डॉ. रेड्डीज़ ने 2% से ज्यादा की तेजी दिखाई। वहीं, लूज़र की बात करें तो HDFC बैंक, मारुति सुज़ुकी और रिलायंस में गिरावट रही।
निवेशकों के लिए क्या मायने?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट किसी नकारात्मक संकेत का परिणाम नहीं, बल्कि स्वाभाविक मुनाफावसूली है। बाजार में लंबी तेजी के बाद थोड़ी राहत की सांस लेना सामान्य बात है।
निवेशकों के लिए सलाह दी जा रही है कि अगर आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो इस तरह की गिरावट को खरीदारी के मौके की तरह देखा जा सकता है।
बाजार से जुड़ी खास बातें
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बाजार में हल्का दबाव दिखा लेकिन कुल मिलाकर स्थिति स्थिर रही।
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सेक्टोरल मोर्चे पर आईटी और मेटल शेयरों में अच्छा प्रदर्शन रहा।
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बैंकिंग सेक्टर को थोड़ा झटका जरूर लगा, लेकिन यह अस्थायी माना जा रहा है।
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एक्सपर्ट्स अब भी भारत की अर्थव्यवस्था और बाजार को लेकर सकारात्मक हैं।
10 जून का दिन शेयर बाजार के लिए मिलाजुला रहा। सेंसेक्स में हल्की गिरावट के बावजूद बाजार की बुनियादी सेहत अच्छी बनी रही। निवेशकों को डरने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि उन्हें सोच-समझकर चुनिंदा अच्छे शेयरों में निवेश करते रहना चाहिए।