
पंजाब सरकार ने राज्य की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सरदार तरुणप्रीत सिंह सोंढ ने आज पटियाला स्थित पंजाब राज्य अभिलेखागार विभाग के दौरे के दौरान विभाग के बड़े सुधार और कायाकल्प की घोषणा की। यह कदम मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में उठाया गया है।
मंत्री सोंढ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछली सरकारों ने पंजाब की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब मौजूदा सरकार इस ऐतिहासिक विभाग को नयी पहचान देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने जानकारी दी कि नवीनकरण कार्य इसी सप्ताह से शुरू कर दिया जाएगा।
10 लाख से अधिक दुर्लभ दस्तावेज संरक्षित
उन्होंने बताया कि राज्य अभिलेखागार विभाग ने अब तक करीब 10 लाख दुर्लभ और ऐतिहासिक दस्तावेजों को संरक्षित किया है। इनमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्राचीन स्वरूप, शाही फरमान, हस्तलिखित पांडुलिपियाँ, सरकारी फाइलें, पंजाब और केंद्र सरकार की राजपत्रें, दुर्लभ पुस्तकें, चित्रकला और मानचित्र शामिल हैं। इसके अलावा, यहां आठ रियासतों के ऐतिहासिक दस्तावेज भी संरक्षित किए गए हैं।
6 करोड़ पन्नों का डिजिटलीकरण
मंत्री ने बताया कि पंजाब डिजिटल लाइब्रेरी प्रोजेक्ट के तहत अब तक करीब 6 करोड़ पृष्ठों का डिजिटलीकरण किया जा चुका है। इससे इन अमूल्य दस्तावेजों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुलभ बनाने में मदद मिलेगी।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
इससे पहले सोंढ ने वरिष्ठ पत्रकार सरदार जतिंदर पन्नू, पटियाला की डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव, विभाग के निदेशक सरदार संजीव तिवारी, पंजाब विकास आयोग के सदस्य वैभव महेश्वरी और विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जतिंदर पन्नू ने विभाग के सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
मंत्री ने डिप्टी कमिश्नर और निदेशक को तुरंत सफाई और रखरखाव अभियान शुरू करने, एयर कंडीशनिंग यूनिट्स लगाने और उचित फर्नीचर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग में चल रहे डिजिटलीकरण कार्यों का भी निरीक्षण किया।
शोधकर्ताओं के लिए बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का केंद्र
सोंढ ने विभाग के कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि जल्द ही यहां एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का शोध-अनुकूल वातावरण विकसित किया जाएगा ताकि देश-विदेश से आने वाले इतिहासकारों और शोधकर्ताओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
शीघ्र खुलेगा शीश महल और मेडल गैलरी
मीडिया से बातचीत में सोंढ ने यह भी बताया कि जल्द ही पटियाला का प्रसिद्ध शीश महल और उससे सटी मेडल गैलरी आम जनता के लिए खोल दी जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने फतेहगढ़ साहिब में दीवान टोडर मल की जहाज़ी हवेली के जीर्णोद्धार कार्य का भी उल्लेख किया।
इस अवसर पर विभाग की अधीक्षक कुलविंदर कौर, अभिलेखागार प्रभारी सरदार सुरिंदरपाल सिंह, जिला पर्यटन अधिकारी हरदीप सिंह, और पंजाब डिजिटल लाइब्रेरी के प्रतिनिधि दलवीर सिंह व अमनदीप सिंह समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।
यह पहल पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और जीवंत बनाए रखने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।