
मध्य-पूर्व में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने अब गंभीर रूप ले लिया है। ईरान के मानवाधिकार संगठन HRNAA की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार से अब तक इजरायल के हमलों में 215 लोगों की जान चली गई, जबकि 700 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मृतकों में अधिकांश आम नागरिक बताए जा रहे हैं, जबकि करीब 50 लोग ईरानी सेना से जुड़े थे। हालांकि ये अभी शुरुआती आंकड़े हैं, और मृतकों की संख्या आगे बढ़ सकती है।
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तेल डिपो पर हमला और “तेहरान जल रहा है”
इजरायल ने ईरान के कई अहम ठिकानों को निशाना बनाया है, जिनमें तेल भंडारण केंद्र (ऑयल डिपो) भी शामिल है। हमले के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दावा किया कि “तेहरान जल रहा है”। उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें राजधानी तेहरान के ऊपर गहरे काले धुएं के गुबार साफ देखे जा सकते हैं और जगह-जगह पर भीषण आग लगी दिखाई दी।
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ईरान का जवाब और तनाव की बढ़ती लहर
ईरान ने भी जवाब में कहा है कि हालात अब उसके नियंत्रण में हैं, लेकिन साथ ही यह भी साफ कर दिया कि वह अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दो टूक कहा है कि ईरान अब हर हमले का करारा जवाब देगा, चाहे इसके लिए उसे कितनी भी दूर जाना पड़े। उनका यह बयान साफ संकेत देता है कि यह संघर्ष अभी रुकने वाला नहीं है।
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आम लोगों में डर का माहौल
इन हमलों के चलते ईरान के कई शहरों में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल है। अस्पतालों में घायलों की भरमार हो गई है और राहत कार्य लगातार जारी हैं। सबसे बड़ी चिंता ये है कि हमलों में ज्यादातर लोग आम नागरिक हैं—बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी इस हिंसा का शिकार हो रहे हैं।
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वैश्विक चिंता बढ़ी
इजरायल और ईरान के बीच यह टकराव सिर्फ दो देशों तक सीमित नहीं रह गया है। इस लड़ाई के चलते पूरे मध्य-पूर्व में अस्थिरता फैल गई है। अमेरिका, रूस और संयुक्त राष्ट्र जैसे बड़े संगठन इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। दुनिया भर में शांति की अपील की जा रही है, लेकिन जमीन पर हालात अब भी बेहद नाजुक हैं।
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इजरायल और ईरान के बीच जारी यह संघर्ष अब केवल सैन्य झड़प नहीं रह गया है, यह आम जनता की जिंदगी को प्रभावित कर रहा है। दोनों देशों के बीच गहराते इस टकराव को अब वैश्विक स्तर पर संभालने की ज़रूरत है, वरना इसका असर पूरे क्षेत्र पर पड़ सकता है। फिलहाल, दोनों तरफ से हमले और जवाबी हमले जारी हैं, और शांति की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही।