
तेल अवीव/तेहरान, 13 जून 2025 (शुक्रवार):
इजराइल और ईरान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है। आज तड़के इजराइल ने ईरान पर हमला करने की पुष्टि की है। इस कदम को दोनों देशों के बीच अब तक की सबसे गंभीर और सीधी सैन्य कार्रवाई माना जा रहा है।
इजराइल का बयान
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला “एक विशेष सैन्य अभियान” है, जिसका उद्देश्य ईरान से देश को मिल रहे खतरों को खत्म करना है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “जब तक हमें खतरा महसूस होता रहेगा, यह अभियान जारी रहेगा।”
हमला क्यों हुआ?
इस हफ्ते संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि ईरान पिछले 20 सालों में पहली बार अपने परमाणु नियमों का पालन नहीं कर रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने IAEA की निगरानी टीम को पूरी जानकारी नहीं दी और संदेह जताया जा रहा है कि वह गुप्त रूप से परमाणु कार्यक्रम को बढ़ा रहा है। यही वजह इजराइल की कार्रवाई का एक अहम कारण मानी जा रही है।
अमेरिका ने बनाई दूरी
इजराइल के इस कदम के बाद अमेरिका ने खुद को इस सैन्य अभियान से अलग बताया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा,
“हम इस हमले का हिस्सा नहीं हैं। हमारी प्राथमिकता सिर्फ अपने सैनिकों की सुरक्षा है।”
हालांकि, अमेरिका ने स्थिति पर लगातार नजर रखने की बात जरूर कही है।
भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी
इस हमले के बाद इजराइल में रहने वाले भारतीयों के लिए भारतीय दूतावास (India in Israel) ने एक विशेष एडवाइजरी जारी की है।
इसमें सभी भारतीयों को सतर्क रहने और इजराइली प्रशासन के निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।
एडवाइजरी में लिखा है:
🟠 “इजराइल में रह रहे भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे होम फ्रंट कमांड की वेबसाइट (oref.org.il/eng) पर जाकर सुरक्षा से जुड़ी जानकारी लें।
🟠 बेहद आवश्यक न हो तो बाहर न निकलें।
🟠 देश के भीतर भी यात्रा करने से बचें और जहां संभव हो, सुरक्षा शेल्टर के आसपास ही रहें।”
क्या बढ़ेगा युद्ध का खतरा?
इस हमले से पश्चिम एशिया (मिडिल ईस्ट) में हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। पहले से ही गाजा, यमन और सीरिया जैसे इलाकों में अस्थिरता बनी हुई है। अब अगर ईरान जवाबी हमला करता है, तो यह झगड़ा एक बड़ा क्षेत्रीय युद्ध बन सकता है।
फिलहाल स्थिति काफी गंभीर है। इजराइल ने खुलकर हमला किया है, अमेरिका ने दूरी बनाई है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां स्थिति पर नजर रख रही हैं। भारत सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने की कोशिश में जुटी है।
आने वाले कुछ दिन बेहद अहम होंगे — क्योंकि अब निगाहें ईरान के जवाब पर टिकी हैं।
सावधानी, सतर्कता और शांति – यही इस वक्त की सबसे बड़ी ज़रूरत है।