
उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा मार्ग पर आज सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरने वाला आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर रास्ते में क्रैश हो गया। यह दुखद घटना गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच के जंगलों में हुई, जिसमें पायलट सहित सभी 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
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हादसे की जानकारी
यह हेलिकॉप्टर सुबह 5:17 बजे केदारनाथ के हेलीपैड से गुप्तकाशी के लिए रवाना हुआ था। हेलिकॉप्टर में 6 श्रद्धालु और 1 पायलट सवार थे। उड़ान के कुछ समय बाद ही मौसम अचानक बिगड़ गया। बताया जा रहा है कि बादल घिर आए और विज़िबिलिटी काफी कम हो गई। इसी दौरान पायलट ने हेलिकॉप्टर को किसी सुरक्षित स्थान पर उतारने की कोशिश की, लेकिन हेलिकॉप्टर अनियंत्रित होकर घने जंगल में गिर गया।
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कहां हुआ हादसा?
हादसा रुद्रप्रयाग ज़िले के गौरीकुंड-सोनप्रयाग क्षेत्र के जंगलों में हुआ। यह इलाका काफी ऊंचाई पर है और वहां का मौसम पल-पल में बदल जाता है। हादसे के बाद प्रशासन और बचाव दल की टीमें तुरंत मौके की ओर रवाना हो गई हैं। हेलिकॉप्टर के मलबे तक पहुँचने में वक्त लग रहा है, क्योंकि इलाका दुर्गम और घना जंगल है।
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🧑✈️ कौन-कौन थे हेलिकॉप्टर में सवार?
1. राजवीर – पायलट
2. विक्रम रावत – बीकेटीसी कर्मचारी, निवासी: रासी, ऊखीमठ
3. विनोद
4. तृष्टि सिंह
5. राजकुमार
6. श्रद्धा
7. राशि
इन सातों की इस हादसे में मौत हो गई है। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
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मौसम बना हादसे की वजह
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने शुरुआती जांच में माना है कि खराब मौसम की वजह से यह हादसा हुआ। पहाड़ों में मौसम बहुत तेजी से बदलता है और आज सुबह घना कोहरा और तेज़ हवाएँ चल रही थीं। इसी कारण पायलट को लैंडिंग में मुश्किलें आईं और हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया।
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अधिकारी बोले
उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरुगेशन ने बताया कि “गौरीकुंड में जो हेलिकॉप्टर लापता हुआ था, वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इसमें कुल 6 श्रद्धालु और एक पायलट सवार थे। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं। मामले की जांच जारी है।”
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श्रद्धालुओं में मायूसी
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब केदारनाथ यात्रा अपने चरम पर है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु हेलिकॉप्टर सेवा का उपयोग कर रहे हैं। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने हवाई यात्राओं पर फिलहाल रोक लगा दी है और मौसम के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है।
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केदारनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा हमेशा बड़ी चिंता रही है, खासकर हवाई मार्ग पर। यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की अनदेखी करना जानलेवा हो सकता है। यात्रियों से अपील है कि मौसम की स्थिति देखते हुए ही यात्रा करें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।