पंजाब में 54,000 से ज्यादा नौजवानों को मिली सरकारी नौकरी, भ्रष्टाचार पर भी कसा शिकंजा

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य के युवाओं को रोजगार देने की अपनी वचनबद्धता को एक और अहम पड़ाव पर पहुंचाया है। शनिवार तक राज्य में कुल 54,422 युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं। यह प्रक्रिया ईमानदारी, पारदर्शिता और बिना किसी सिफारिश या रिश्वत के आधार पर पूरी की गई है।
मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान 281 नए चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए और इस अवसर पर कहा कि पहले की सरकारों की गलत नीतियों ने पंजाब के नौजवानों के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुरानी सरकारें रोजगार देने में गंभीर नहीं थीं, जिस कारण युवाओं को नौकरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने कई भ्रष्ट अधिकारियों को न केवल सस्पेंड किया है, बल्कि उन्हें सरकारी सेवा से बाहर का रास्ता भी दिखाया गया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सरकार में कुछ विधायक भी गलत हरकतों में शामिल थे, लेकिन उन्हें भी नहीं बख्शा गया और सख्त कार्रवाई की गई।
उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि,
“हमने रिश्वत लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ऐसे कई लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है। हमारे पास ईमानदार और मेहनती अधिकारी भी हैं, जो राज्य के हित में पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। हम जनता के टैक्स का एक-एक पैसा सुरक्षित रखेंगे और उसका सही उपयोग सुनिश्चित करेंगे।”
UPSC कोचिंग सेंटर खोलने की घोषणा
नौजवानों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के मकसद से मुख्यमंत्री मान ने पंजाब में UPSC कोचिंग सेंटर्स शुरू करने का ऐलान किया है। इन कोचिंग सेंटर्स में लाइब्रेरी, होस्टल और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और वे संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) जैसी कठिन परीक्षाओं में सफल हो सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास राज्य के युवाओं को न केवल सरकारी नौकरी दिलाने तक सीमित रहेगा, बल्कि उन्हें देश के उच्च पदों तक पहुंचाने के लिए सक्षम और तैयार करेगा।
राजनीतिक दलों पर निशाना
मुख्यमंत्री ने पूर्व की सरकारों और राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियां हर पांच साल में सत्ता में आकर ‘उतर काटो, मैं चढ़ां’ की रणनीति अपनाती हैं और प्रदेश को केवल लूटने का काम करती हैं। लेकिन अब पंजाब की जनता जागरूक हो चुकी है और बदलाव की ओर बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के ये कदम पंजाब में प्रशासनिक सुधार, रोजगार और ईमानदारी की दिशा में एक मजबूत पहल माने जा रहे हैं। इससे न सिर्फ युवाओं को भरोसा मिल रहा है, बल्कि राज्य में एक पारदर्शी और जवाबदेह सरकार की छवि भी बन रही है।