Agra: Jammu-Kashmir के Rajouri में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन Shubham Gupta शहीद हो गए। वे Agra के DCG क्राइम Basant Kumar Gupta के पुत्र थे। शहादत की खबर जैसे ही Shubham के घर पहुंची, परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्य अपने बेटे Shubham Gupta के पार्थिव शरीर के घर आने का इंतजार कर रहे हैं। कैप्टन Shubham Gupta को बचपन से ही सेना की वर्दी पहनने का शौक था। अपने देश के लिए कुछ करने का जुनून था। DCG क्राइम Basant Gupta के घर पर पड़ोसियों, परिचित लोगों और रिश्तेदारों की भीड़ है।
Jammu-Kashmir के Rajouri में आतंकियों के साथ मुठभेड़
Jammu-Kashmir के Rajouri में बुधवार दोपहर से जारी आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो कप्तानों सहित सेना के चार जवान शहीद हो गए। शाम करीब 5 बजे कैप्टन Shubham Gupta के शहीद होने की खबर मिलने के बाद सेना और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी Tajganj के प्रतीक एन्क्लेव में कैप्टन Shubham Gupta के घर पहुंचे। इस मुठभेड़ में एक मेजर सहित दो सैनिक घायल हो गए। शहीदों में Agra के कैप्टन Shubham Gupta भी शामिल हैं। एक तरफ उनके परिवार के सदस्य शादी की तैयारी में व्यस्त थे, तो दूसरी तरफ उनकी शहादत की खबर से उनके परिवार सहित पूरे गांव में शोक फैल गया।
छह महीने पहले आया था घर
Subham ने Diwali पर वीडियो कॉल के माध्यम से अपने परिवार से आखिरी बार बात की। उन्होंने माता-पिता और छोटे भाई सहित परिवार के सभी सदस्यों से वीडियो कॉल पर बात की। अगली छुट्टियों पर घर आने का वादा किया था। Shivam छह महीने पहले गर्मी की छुट्टियों के दौरान अपने घर आया था। परिवार को शाम करीब 5 बजे उनकी यूनिट के माध्यम से Shubham Gupta के बलिदान की जानकारी मिली। परिवार ने कुछ समय बाद Shubham की मां Pushp Gupta को सूचित किया। आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन और दो सैन्य कर्मियों सहित सेना के अधिकारी ने मेजर और दो सैन्य कर्मियों की शहादत दी
शुरू से ही मुझे सेना की वर्दी पहनने का शौक था।
आपको बता दें कि ताजनगरी निवासी Basant Gupta DCG क्राइम है। 26 वर्षीय Shubham Gupta जिला सरकारी अधिवक्ता (DGC) फौजदारी Basant Gupta के दो बेटों में बड़े थे, जो प्रतीक एन्क्लेव, बसई चौकी, Tajganj में रहते थे। Shubham ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जॉर्ज कॉलेज से की। 12वीं के बाद, वह सेना भर्ती परीक्षा में उपस्थित हुए। वर्ष 2017 में लेफ्टिनेंट के रूप में उत्तीर्ण होने के बाद, वह Jammu में तैनात थे। Shubham Gupta को 2015 में सेना में चुना गया था। Shubham Gupta गुप्ता को 2018 में कमीशन मिला। कैप्टन Shubham Gupta को बचपन से ही सेना की वर्दी पहनने का शौक था। अपने देश के लिए कुछ करने का जुनून था। उसके परिवार के सदस्यों को भी उसके जुनून के बारे में पता था। देश के प्रति उनका जुनून अद्भुत था। शहीद कैप्टन Shubham को शुरू से ही देश और सेना के लिए एक अलग जुनून था। Shivam को बचपन से ही वर्दी पसंद थी।
तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं
आपको बता दें कि बुधवार को Rajouri में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए थे। Jammu-Kashmir के धर्मशाला के Bajimal इलाके में दो आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिस पर सेना और Jammu-Kashmir Police ने तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान ही जंगल में छिपे आतंकवादियों ने police और सेना की टीम पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में दो अधिकारी और दो सैनिक शहीद हो गए, जिनमें कैप्टन Shubham Gupta भी शामिल थे।