
पंजाब सरकार के बेहतर प्रशासन और पारदर्शिता का असर अब आंकड़ों में साफ दिखाई देने लगा है। ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी है कि साल 2022 से 2025 तक के तीन वर्षों में विभाग ने कुल 5375.65 करोड़ रुपये का ज़्यादा राजस्व इकट्ठा किया है, जो पिछले वर्षों (2019-2022) की तुलना में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मंत्री भुल्लर ने बताया कि यह बढ़ोतरी केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि विभाग ने अपनी कार्यशैली और व्यवस्था में कितना सुधार किया है। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट विभाग का गैर-व्यावसायिक विंग (STC), पंजाब रोडवेज, पनबस और PRTC – इन सभी ने राजस्व संग्रहण में शानदार प्रदर्शन किया है।
गैर-व्यावसायिक विंग ने सबसे अधिक कमाई की
भुल्लर ने बताया कि ट्रांसपोर्ट विभाग के गैर-व्यावसायिक विंग ने तीन सालों में कुल 9037.49 करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा किया। इसके मुकाबले, कांग्रेस सरकार के समय 2019-2022 में यह आंकड़ा 5825.38 करोड़ रुपये था। यानी तीन सालों में विभाग ने 3212.11 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व कमाया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
रोडवेज और पनबस का योगदान
पंजाब रोडवेज और पनबस ने भी कमाई के मामले में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। साल 2022-2025 के दौरान इन दोनों ने मिलकर 2323.21 करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा किया। जबकि 2019-2022 में यह आंकड़ा 1332.03 करोड़ रुपये था। इसका मतलब, इन सेवाओं ने 990.91 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व कमाया।
PRTC (पैप्सू) का भी शानदार प्रदर्शन
पैप्सू रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (PRTC) ने भी पीछे नहीं रहा। साल 2019-2022 के दौरान जहां इसकी कमाई 1721.52 करोड़ थी, वहीं 2022-2025 में यह बढ़कर 2894.15 करोड़ रुपये हो गई। यानी कुल 1172.63 करोड़ रुपये का अधिक राजस्व।
‘रंगला पंजाब’ की ओर बढ़ता प्रदेश
भुल्लर ने बताया कि यह सब संभव हो पाया है मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में बनी नीतियों और ईमानदार प्रशासन के कारण। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पिछले तीन साल से पंजाब को एक ‘रंगला पंजाब’ (समृद्ध पंजाब) बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है। राजस्व बढ़ाने के साथ-साथ सेवाओं में भी सुधार किया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट मंत्री ने यह भी दोहराया कि विभाग आने वाले समय में और अधिक पारदर्शिता और सेवा सुधार की दिशा में काम करता रहेगा ताकि आम जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और राज्य का विकास और तेज़ी से हो।