
भारत द्वारा पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद देशभर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। खासतौर पर सीमावर्ती राज्य पंजाब में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इसी कड़ी में बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने अटारी बॉर्डर पर हर शाम होने वाली मशहूर रिट्रीट सेरेमनी को अगली सूचना तक बंद कर दिया है।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह फैसला मौजूदा तनावपूर्ण हालातों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। रिट्रीट सेरेमनी के लिए देश-विदेश से हर रोज़ सैकड़ों पर्यटक अटारी बॉर्डर पहुंचते हैं, लेकिन बुधवार को जो पर्यटक वहां पहुंचे थे, उन्हें बॉर्डर के इंटरगेटिंग चेक पोस्ट से आगे जाने की अनुमति नहीं दी गई और वापस लौटा दिया गया।
बीएसएफ ने साफ किया है कि सेरेमनी भले ही स्थगित कर दी गई हो, लेकिन झंडा उतारने की औपचारिकता पहले की तरह ही निभाई जाएगी। यानी दोनों देशों के बीच झंडा उतारने का प्रोटोकॉल जारी रहेगा, लेकिन दर्शकों के बिना। यह निर्णय पूरी तरह सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
गौरतलब है कि जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य या कूटनीतिक तनाव बढ़ता है, तब अटारी और हुसैनीवाला बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाता है। यही स्थिति इस बार भी देखने को मिल रही है।
इसी तरह फाजिल्का जिले में भारत-पाक हुसैनीवाला सीमा पर भी रिट्रीट सेरेमनी को बीएसएफ द्वारा रोक दिया गया है। बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि यह जानकारी आम जनता को भी दे दी गई है कि फिलहाल जीरो लाइन पर रिट्रीट कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा, सुरक्षा कारणों से पंजाब के कई जिलों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। वहीं अमृतसर और चंडीगढ़ एयरपोर्ट को भी पूरी तरह से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। ये सारे कदम आम नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं।
सरकार की ओर से जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील की गई है। साथ ही कहा गया है कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, रिट्रीट सेरेमनी और अन्य गतिविधियां फिर से शुरू कर दी जाएंगी।
यह सब इस बात का संकेत है कि सरकार और सुरक्षाबल मौजूदा हालात को लेकर पूरी तरह सतर्क और सक्रिय हैं।