
अहमदाबाद में हाल ही में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। लंदन जा रहा यह विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद हादसे का शिकार हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से 12 क्रू मेंबर्स भी शामिल थे। दुर्भाग्यवश, इस भयावह दुर्घटना में केवल एक यात्री बच पाया, बाकी सभी की मौत हो गई।
हादसे का कारण और विमान की स्थिति
यह हादसा उस वक्त हुआ जब एयर इंडिया का विमान संख्या AI-171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान के कुछ मिनटों बाद ही यह विमान अहमदाबाद के मेघानी नगर में एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। टक्कर के बाद जोरदार धमाका हुआ और विमान में आग लग गई।
बताया गया है कि इस 12 साल पुराने विमान के राइट साइड इंजन की कुछ ही महीने पहले मरम्मत की गई थी और मार्च 2025 में उसे बदला भी गया था। इसके बावजूद टेक्निकल दिक्कतें सामने आईं, जिनका अब विशेषज्ञ गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
हादसे से पहले की जांच और बीमा
सूत्रों के मुताबिक, इस विमान की पिछली डिटेल जांच जून 2023 में हुई थी, और अगली जांच दिसंबर 2025 में होनी थी। इसी साल अप्रैल में, एयर इंडिया ने इस विमान के बीमा की राशि 750 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 850 करोड़ रुपये कर दी थी। अब अंदेशा जताया जा रहा है कि यह हादसा भारत के एविएशन इतिहास का सबसे महंगा बीमा क्लेम बन सकता है, जिसकी कीमत लगभग 3,000 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
एकमात्र जीवित यात्री
इस हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति, रमेश विश्वास कुमार, जो कि ब्रिटेन में रहने वाला एक भारतीय मूल का नागरिक है, बच पाया। बाकी 241 लोगों की मौत हो गई, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
सरकार ने बनाई जांच समिति
इस बड़े हादसे के बाद, केंद्र सरकार ने तत्काल एक हाई-लेवल जांच कमेटी गठित की है, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव करेंगे। यह कमेटी तीन महीनों के भीतर हादसे की पूरी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके साथ ही DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने भी बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की सघन जांच के आदेश दिए हैं।
फ्लाइट संचालन पर असर
एयर इंडिया ने कहा है कि जांच के कारण उनके बोइंग 787 विमानों के ऑपरेशन में देरी हो सकती है, खासकर नाइट कर्फ्यू वाले एयरपोर्ट्स और लंबी दूरी की उड़ानों पर इसका असर ज्यादा दिखेगा। अब तक 9 विमानों की जांच हो चुकी है और बाकी 24 विमानों की जांच DGCA की तय समयसीमा में पूरी की जाएगी।
मुआवजा और सहायता
एयर इंडिया ने हादसे में मारे गए यात्रियों के परिवारों को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने का ऐलान किया है। यह मुआवजा टाटा संस द्वारा पहले से घोषित एक करोड़ रुपये के अतिरिक्त होगा। एयरलाइन ने यह भी कहा कि वह पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद देगी।
यह हादसा ना केवल विमानन सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, बल्कि एविएशन सिस्टम के भीतर और अधिक सतर्कता की मांग भी करता है। अब सभी की नजरें जांच रिपोर्ट और सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।