
पंजाब इन दिनों प्रचंड गर्मी की चपेट में है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में लू का प्रकोप जारी है और तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए अगले कुछ दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं जताई है।
पांच प्रमुख शहरों – मोहाली, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला और जालंधर – में गर्मी ने लोगों का जन-जीवन प्रभावित कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को जरूरी सावधानियाँ बरतने की सलाह दी है।
—
मोहाली (एसएएस नगर):
राज्य की राजधानी से सटे इस जिले में बुधवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धूप और धुंध के कारण दृश्यता भी प्रभावित रही। डॉक्टरों ने बुजुर्गों और बच्चों को दोपहर के समय घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
—
अमृतसर:
पंजाब का यह ऐतिहासिक शहर भीषण गर्मी से तप रहा है। यहां दिन का अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुँचा। हवा में नमी न होने के कारण शरीर में पानी की कमी तेज़ी से हो रही है। स्थानीय अस्पतालों में डिहाइड्रेशन के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।
—
लुधियाना:
औद्योगिक नगरी लुधियाना में भी गर्मी ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। तापमान 44 डिग्री तक पहुँच गया है। फैक्टरियों और खुले में काम करने वाले श्रमिकों के लिए यह मौसम खतरनाक बन गया है। प्रशासन ने खुले में काम करने वाले मजदूरों को दिन के बीच के समय आराम देने का निर्देश दिया है।
—
पटियाला:
राजधानी के समीप स्थित पटियाला में बुधवार को तापमान 46 डिग्री तक दर्ज किया गया। इस वर्ष का यह अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। शहर में बिजली की खपत में भी जबरदस्त उछाल देखा गया है। लोग पंखे, कूलर और एसी पर निर्भर होते जा रहे हैं।
—
जालंधर:
डोआबा क्षेत्र का यह प्रमुख शहर 45 डिग्री तापमान के साथ भीषण गर्मी की गिरफ्त में है। दुकानों और बाज़ारों में लोगों की आवाजाही कम हो गई है। स्थानीय प्रशासन ने लू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है।
—
गर्मी क्यों इतनी बढ़ी?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय राजस्थान की ओर से गर्म और शुष्क हवाएँ पंजाब की ओर बह रही हैं। मॉनसून अब तक राज्य की सीमा में दाखिल नहीं हो पाया है, जिससे राहत की उम्मीद धुंधली है। मिट्टी में नमी की कमी भी एक बड़ा कारण है, जिससे तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है।
—
स्वास्थ्य विभाग की एडवायजरी:
दिन में अधिक से अधिक पानी पिएँ, डीहाइड्रेशन से बचें।
दोपहर 12 से 4 बजे तक धूप में न निकलें।
हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें।
सनस्क्रीन, टोपी और छाता का प्रयोग करें।
बच्चों और बुज़ुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
—
बारिश कब आएगी?
मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर से नमी वाली हवाएँ 13 या 14 जून के बाद पंजाब में प्रवेश कर सकती हैं। इसके बाद ही प्री-मॉनसून वर्षा की संभावना बनेगी। फिलहाल लोगों को गर्मी से निजात पाने के लिए सावधानी बरतनी होगी.
सावधानी ही सुरक्षा है। भीषण गर्मी में सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचें।