
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राजनीति में बढ़ते भ्रष्टाचार और अपराधी तत्वों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में अच्छे और ईमानदार लोगों के न आने के कारण ही भ्रष्ट और गुंडा तत्व हावी हो गए हैं, जिससे आम लोगों को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है।
भगवंत मान दिल्ली में बुधवार को आम आदमी पार्टी की गुजरात और पंजाब में हुई जीत के बाद आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी देश की राजनीति में एक नई दिशा लेकर आई है और लोगों को यह भरोसा दिलाया है कि आम नागरिक भी राजनीति में आकर बदलाव ला सकता है।
‘हमारे नेता आम परिवारों से आते हैं’
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता आम घरों से हैं। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे संसद सदस्य या मुख्यमंत्री बनेंगे। “हमारे नेता न तो किसी राजनीतिक खानदान से हैं, न ही उनके पास अरबों की संपत्ति है, फिर भी जनता ने उन्हें चुना है।”
उन्होंने कहा कि जहां दूसरी पार्टियां अपने ही परिवार के लोगों को आगे बढ़ाती हैं, वहीं आम आदमी पार्टी ने आम जनता को आगे लाकर एक उदाहरण पेश किया है। “अन्य पार्टियों की सोच है कि राजनीति सिर्फ पैसे वालों और उनके रिश्तेदारों के लिए है। वे अपने बेटे, भाई या बहन को ही आगे बढ़ाते हैं,” मान ने कहा।
‘अब आम लोग भी राजनीति में आ सकते हैं’
भगवंत मान ने बताया कि अब लोगों को भरोसा होने लगा है कि वे भी चुनाव जीत सकते हैं और राजनीति में अहम भूमिका निभा सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने यह सोच बदली है कि राजनीति सिर्फ अमीरों या रसूखदारों की चीज है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने यह साबित कर दिया है कि ईमानदारी और मेहनत से भी सत्ता तक पहुंचा जा सकता है।
‘राजनीति कोई पैसे की दुकान नहीं’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी पार्टियों का मानना है कि राजनीति पैसे की दुकान है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने इस सोच को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अब राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है और पूरे देश में बदलाव का प्रतीक बन रही है।
‘हम टीम वर्क में विश्वास करते हैं’
भगवंत मान ने अंत में कहा कि आम आदमी पार्टी किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक टीम की पार्टी है। “हम सब एक टीम की तरह काम करते हैं, और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है,” उन्होंने जोड़ा।
इस भाषण के जरिए भगवंत मान ने न सिर्फ राजनीति में बदलाव की जरूरत को बताया, बल्कि यह भी दिखाया कि आम आदमी की भागीदारी से देश की राजनीति कैसे बदल सकती है।