
दिल्ली के द्वारका इलाके में सोमवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। द्वारका सेक्टर-13 में स्थित एक मल्टीस्टोरी इमारत ‘सबद अपार्टमेंट’ के टॉप फ्लोर पर अचानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि एक फ्लैट में फंसे पिता ने अपने दो बच्चों के साथ बिल्डिंग से नीचे छलांग लगा दी, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है।
सुबह 10 बजे मिली आग की सूचना
दमकल विभाग को आग की जानकारी सुबह 10 बजकर 01 मिनट पर दी गई। कॉल मिलते ही विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और 8 दमकल गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया। फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया।
वायरल हुआ वीडियो
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अपार्टमेंट की सबसे ऊपरी मंजिल पर आग की लपटें उठ रही हैं और काला धुआं आसमान की तरफ जा रहा है। लोग बिल्डिंग के नीचे खड़े हैं और दमकलकर्मियों को आग बुझाते हुए देख रहे हैं। इस वीडियो को देखकर हर कोई स्तब्ध है।
जान बचाने के लिए लगाई छलांग
सबसे दुखद पहलू यह रहा कि आग में फंसे एक पिता ने अपने दो बच्चों के साथ ऊपर से छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि जब आग ने पूरे फ्लैट को घेर लिया, तो निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा था। दम घुटने और जलने से बचने के लिए उन्होंने बिल्डिंग से कूदना ही बेहतर समझा, लेकिन अफसोस कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
फायर डिपार्टमेंट की कार्रवाई
दमकल विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि आग पर काबू पाने के प्रयास तेजी से किए गए। आग बुझाने के लिए कई घंटे तक कोशिशें चलती रहीं। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आग लगने की असली वजह क्या थी। विभाग ने अफवाहों से बचने की अपील की है और कहा है कि आग के कारणों की जानकारी जांच के बाद ही दी जाएगी।
अपार्टमेंट कमेटी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि जब अपार्टमेंट में आग लगी, तब फ्लैट के लोगों ने तुरंत सोसाइटी की कमेटी को इसकी जानकारी दी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों का कहना है कि कमेटी की लापरवाही की वजह से यह हादसा इतना बड़ा बन गया। कई लोगों ने कहा कि बिल्डिंग में फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।
द्वारका में हुई यह दर्दनाक घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या हमारी रिहायशी बिल्डिंग्स में आग से निपटने के पर्याप्त इंतजाम हैं? एक पिता को अपने बच्चों के साथ छलांग लगाकर जान गंवानी पड़ी, यह केवल एक हादसा नहीं बल्कि एक चेतावनी है। सरकार और सोसाइटी कमेटियों को अब सतर्क हो जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।