क्रिसमस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों शिमला और मनाली समेत कई अन्य क्षेत्रों में ताजे बर्फबारी ने इन स्थानों को जादुई सफेद दृश्य में बदल दिया है। जहां एक ओर बर्फबारी ने पर्यटकों को आकर्षित किया है, वहीं इसके कारण सड़कों पर यातायात बाधित हुआ है और कुछ दुर्घटनाओं के कारण 4 लोगों की जान भी चली गई है। शिमला और मनाली में बर्फबारी से पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है और इन स्थानों ने “व्हाइट क्रिसमस” का शानदार अनुभव कराया है।
हालांकि बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 223 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला और मनाली में रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है, जिससे यहां आने-जाने में कठिनाई हो रही है। शिमला में होटल बुकिंग में 70 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है और बर्फबारी के बाद इसमें 30 प्रतिशत का और इजाफा हुआ है। इसके अलावा, ताजे बर्फबारी के बाद शिमला के झखू पहाड़ी पर भगवान हनुमान की बर्फ से ढकी मूर्ति का एक अद्भुत दृश्य सामने आया है, जिसे पर्यटक और स्थानीय लोग देख रहे हैं।
बर्फबारी के कारण शिमला, मनाली और अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों की सड़कों के बंद होने और होटल बुकिंग में वृद्धि हुई है, लेकिन इसके साथ ही कुछ वाहन दुर्घटनाओं में चार लोगों की जान चली गई है। शिमला और मनाली में बर्फबारी के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक यहां “व्हाइट क्रिसमस” का आनंद लेने के लिए पहुंचे हैं। इन क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ-साथ हल्की बारिश की संभावना भी बनी हुई है, खासकर शिमला में शुक्रवार शाम से रविवार दोपहर तक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।
शिमला होटल एंड टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष एम.के. सेठ ने कहा कि शिमला में होटल बुकिंग 70 प्रतिशत से ऊपर जा चुकी है, और ताजे बर्फबारी के बाद इस बुकिंग में 30 प्रतिशत का और इजाफा हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि बर्फबारी के कारण पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और इस मौसम में यह क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से काफी व्यस्त है।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रशासन ने पर्यटकों को सलाह दी है कि वे बर्फबारी के दौरान गाड़ी न चलाएं और स्थानीय प्रशासन की सलाह का पालन करें। इसके साथ ही, प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी है कि बर्फबारी के कारण कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें अटारी से लेकर लेह, संज से आउट (कुल्लू जिला), खाब संगम (किन्नौर जिला) और ग्रामफू (लाहौल और स्पीति जिला) की सड़कें शामिल हैं।
सोलाांग-रोहतांग क्षेत्र में 1000 से अधिक वाहन फंस गए थे, लेकिन उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। प्रशासन ने पर्यटकों से यह अपील की है कि वे मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यात्रा करें और बर्फबारी में वाहन चलाने से बचें।