
मंगलवार को घरेलू वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर जून वायदा सोने का भाव 723 रुपये या 0.74% की गिरावट के साथ 96,397 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। हाल ही में यह 99,214 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर तक गया था, लेकिन अब तक इसमें करीब 2,800 रुपये की गिरावट आ चुकी है।
चांदी भी कमजोर
सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई। जुलाई वायदा चांदी का भाव 563 रुपये या 0.53% टूटकर 1,06,524 रुपये प्रति किलो पर खुला। इससे पहले यह 1,07,171 रुपये प्रति किलो के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। यानी निवेशकों को अब सोचना होगा कि क्या यह गिरावट खरीदारी का अच्छा मौका है?
सोमवार को हल्का उछाल, फिर मंगलवार को गिरावट
सोमवार को सोने के अगस्त वायदा में हल्की तेजी देखी गई थी। यह 0.14% की बढ़त के साथ 97,173 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। लेकिन मंगलवार सुबह 11:30 बजे तक यह 460 अंकों की गिरावट के साथ 96,713 रुपये पर कारोबार कर रहा था। दिन की शुरुआत में सोना 96,276 रुपये तक नीचे और 96,770 रुपये तक ऊपर गया।
इसी तरह, चांदी ने भी सोमवार को अच्छा प्रदर्शन किया था। जुलाई वायदा चांदी सोमवार को 1.54% की बढ़त के साथ 1,07,087 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी। लेकिन मंगलवार को इसमें भी गिरावट देखने को मिली।
जानिए क्या कहते हैं जानकार
वित्तीय विशेषज्ञों और बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे कई वैश्विक कारण हो सकते हैं जैसे अमेरिकी डॉलर में मजबूती, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी और ब्याज दरों से जुड़ी चिंताएं। लेकिन इन सबके बावजूद, विशेषज्ञ इसे खरीदारी का अच्छा मौका मान रहे हैं।
उनका कहना है कि:
-
सोने के लिए सपोर्ट लेवल 96,600 से 96,180 रुपये के बीच है।
-
रेजिस्टेंस लेवल 97,700 से 98,200 रुपये के बीच है।
यानी अगर सोने की कीमत 96,600 रुपये के करीब आती है, तो वहां से खरीदारी की जा सकती है, लेकिन 98,000 के आसपास मुनाफा वसूली हो सकती है।
चांदी के लिए:
-
सपोर्ट लेवल 1,06,000 से 1,04,800 रुपये प्रति किलो है।
-
रेजिस्टेंस लेवल 1,08,000 से 1,09,400 रुपये प्रति किलो है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि जो निवेशक चांदी खरीदना चाहते हैं, वे 1,06,500 से 1,06,000 रुपये के बीच खरीदारी करें। इसके लिए स्टॉप लॉस 1,04,800 रुपये पर रखें और लक्ष्य 1,07,700 से 1,08,500 रुपये रखें।
क्या है स्टॉप लॉस?
स्टॉप लॉस एक ऐसा स्तर होता है जहां निवेशक पहले से तय कर लेते हैं कि अगर कीमत वहां तक गिर जाए, तो नुकसान को कम करने के लिए वह अपनी पोजीशन बंद कर देंगे। इससे निवेशक को बड़ी हानि से बचने में मदद मिलती है।
सोने और चांदी की मौजूदा गिरावट से उन लोगों को फायदा हो सकता है जो लंबे समय से निवेश का सही मौका ढूंढ रहे थे। जानकारों का मानना है कि अभी के स्तर पर सोना और चांदी खरीदने का अच्छा समय हो सकता है, बशर्ते सही रणनीति और स्टॉप लॉस के साथ निवेश किया जाए। बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन समझदारी से की गई खरीदारी भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती है।