
पंजाब के माननीय राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने मंगलवार को पद्मश्री से सम्मानित हज़ूरी रागी भाई हरजिंदर सिंह जी (श्रीनगर वाले) को राज भवन, चंडीगढ़ में एक विशेष समारोह के दौरान सम्मानित किया।
हाल ही में भाई हरजिंदर सिंह जी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उन्हें गुरबानी कीर्तन की सेवा और भक्ति संगीत की परंपरा को जीवंत बनाए रखने के लिए प्रदान किया गया। यह मुलाकात इसी उपलब्धि के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी।
राज्यपाल ने दी बधाई
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भाई हरजिंदर सिंह जी को इस महान उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह सम्मान केवल एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरे सिख समुदाय और भारतीय भक्ति संगीत परंपरा के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि भाई हरजिंदर सिंह जी ने गुरबानी कीर्तन को अपने जीवन का मिशन बना लिया है और दुनिया भर में अपने कीर्तन से लोगों के दिलों को छुआ है।
भाई साहिब की सेवा को बताया प्रेरणास्रोत
राज्यपाल ने भाई साहिब की भक्ति भावना, सादगी और मधुर गायन शैली की विशेष सराहना की। उन्होंने कहा कि “भाई हरजिंदर सिंह जी का जीवन भक्ति, सेवा और समर्पण का प्रतीक बन गया है। उनकी भावपूर्ण प्रस्तुतियां न केवल गुरुद्वारों में गूंजती हैं, बल्कि लोगों के जीवन में भी शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करती हैं।”
राज्यपाल ने यह भी कहा कि भाई साहिब का यह सम्मान पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक है, और इससे भारतीय भक्ति संगीत की समृद्ध परंपरा को और बल मिलेगा।
विशेष अवसर पर पुस्तक का विमोचन
इस मौके पर राज्यपाल ने एक विशेष चित्रात्मक पुस्तक “गुरु तेग बहादुर साहिब की आध्यात्मिक यात्रा” का भी विमोचन किया। यह पुस्तक पंजाब राज्य सूचना आयुक्त श्री हरप्रीत संधू द्वारा लिखी गई है और इसमें नौवें सिख गुरु साहिब की शिक्षाओं और ऐतिहासिक घटनाओं का चित्रों के माध्यम से वर्णन किया गया है।
राज्यपाल ने पुस्तक को शैक्षिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इससे युवा पीढ़ी को सिख धर्म के इतिहास और मूल्यों से जुड़ने में मदद मिलेगी।
यह पूरा आयोजन भक्ति, संस्कृति और प्रेरणा का एक संगम बन गया। पद्मश्री भाई हरजिंदर सिंह जी का सम्मान पंजाब की सांस्कृतिक धरोहर का सम्मान है। राज्यपाल कटारिया द्वारा दी गई यह श्रद्धांजलि सिख धर्म की शाश्वत शिक्षाओं और गुरबानी की महिमा को और व्यापक रूप से फैलाने का एक सुंदर प्रयास है।
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।