भारत में त्योहारी सीजन अपने चरम पर है। हाल ही में दिवाली के उत्सव में रंगी हुई जनता अब छठ महापर्व की तैयारियों में जुट गई है। छठ, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, परदेश में रहने वाले लोग अपने परिवार के साथ यह पर्व मनाने के लिए घर लौटने की योजना बनाते हैं। ऐसे में ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है और सीटें पहले से ही बुक हो चुकी हैं। इससे मजबूर होकर लोग फ्लाइट का सहारा ले रहे हैं, लेकिन छठ के अवसर पर फ्लाइट का किराया इतना अधिक हो गया है कि कई रूट्स पर यह अंतरराष्ट्रीय किराए से भी महंगा पड़ रहा है।
फ्लाइट का किराया छू रहा आसमान
छठ के अवसर पर पटना और दरभंगा जैसे शहरों के लिए दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, बेंगलुरु, और हैदराबाद से फ्लाइट का किराया अचानक बढ़ गया है। यह किराया दुबई, मलेशिया, बैंकाक, और सिंगापुर जैसी जगहों के फ्लाइट टिकट से भी अधिक हो चुका है। उदाहरण के लिए, मुंबई से पटना जाने के लिए सामान्य दिनों में जो किराया लगभग 4000 से 5000 रुपये रहता है, वह अब बढ़कर 13000 रुपये से 18000 रुपये तक पहुंच गया है। मुंबई से अबू धाबी की फ्लाइट की टिकट जहां 8000 से 10000 रुपये के बीच में मिल जाती है, वहीं मुंबई से पटना का टिकट उससे दोगुने दाम में मिल रहा है।
बढ़े हुए किराए पर यात्रियों की चिंता
त्योहारी सीजन में फ्लाइट के किराए में वृद्धि एक सामान्य बात है, लेकिन इस बार यह वृद्धि अप्रत्याशित है। ट्रैवल एजेंट्स के अनुसार, छठ के पर्व पर बिहार और झारखंड जाने वाले यात्रियों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी होती है, जिससे टिकट के दाम भी स्वाभाविक रूप से बढ़ते हैं। लेकिन इस बार इस वृद्धि ने सभी को हैरान कर दिया है। खासकर जब ट्रेन टिकट बुक करने में असमर्थ रहने वाले लोग फ्लाइट का विकल्प चुन रहे हैं, तो उन्हें भारी खर्च का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों का कहना है कि किराया इतना अधिक है कि सामान्य परिवार के लिए इसे वहन करना मुश्किल हो गया है।
क्यों बढ़े हैं किराए?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार किराए में बेतहाशा वृद्धि की वजह बढ़ी हुई मांग है। छठ एक ऐसा पर्व है जो बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस पर्व पर गांव-शहर से लेकर देश के कोने-कोने में बसे लोग घर लौटना चाहते हैं। हालांकि इस बार त्योहारी सीजन के साथ कई अन्य फैक्टर्स ने भी किराए को प्रभावित किया है। ट्रैवल इंडस्ट्री में कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि हवाई यात्राओं की मांग में तेज वृद्धि के चलते एयरलाइन कंपनियों ने अपनी कमाई बढ़ाने के लिए किराए में इजाफा किया है।
मुंबई से पटना का किराया सबसे महंगा
मुंबई से पटना और दरभंगा का किराया इस बार दुबई, मलेशिया और बैंकाक की फ्लाइट टिकटों से भी ज्यादा हो गया है। जहां आमतौर पर मुंबई से दुबई की फ्लाइट टिकट 7000 से 10000 रुपये के बीच में उपलब्ध होती है, वहीं मुंबई से पटना की टिकट 13000 से 18000 रुपये तक पहुंच गई है। इसके अलावा दिल्ली से पटना और दिल्ली से दरभंगा का किराया भी सामान्य दिनों की अपेक्षा बहुत अधिक हो गया है। यह बढ़ा हुआ किराया उन लोगों के लिए भी परेशानी का कारण बन रहा है, जिनकी नौकरी या अन्य जरूरतों के चलते वे इन दिनों बिहार वापस जाना चाहते हैं।
ट्रेनों में भी सीटों की कमी
फ्लाइट किराए में भारी उछाल के अलावा, ट्रेन में भी यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में सीटें पहले से ही बुक हो चुकी हैं। विशेष ट्रेनों में भी सीटें उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को फ्लाइट का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन यहां भी अधिक किराए की वजह से यात्रा करना मुश्किल हो गया है। कई लोग फ्लाइट टिकट बुक करने में असमर्थ हैं, और ऐसे में उन्हें त्योहार से दूर रहकर ही इसे मनाने का विचार करना पड़ सकता है।
सरकार और प्रशासन से मांग
यात्रियों की मांग है कि सरकार इस समस्या पर ध्यान दे और एयरलाइन कंपनियों को त्योहारों के समय फ्लाइट का किराया नियंत्रित करने के लिए निर्देश दे। हालांकि, फिलहाल इस पर कोई ठोस कदम उठता नहीं दिख रहा है। कई ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि अगर सरकार हस्तक्षेप करती है, तो त्योहारों के समय पर किराए को नियंत्रण में रखा जा सकता है, जिससे आम यात्रियों को राहत मिल सकती है।
यात्रियों की कठिनाई
कुल मिलाकर, छठ पर्व पर बिहार लौटने वाले लोग इस बार बढ़ते फ्लाइट किराए के चलते परेशान हैं। जहां एक ओर त्योहार का उल्लास है, वहीं दूसरी ओर यात्रा की समस्याओं ने इस खुशी को कम कर दिया है। जो लोग फ्लाइट का विकल्प चुनने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें परिवार से दूर रहते हुए त्योहार मनाने की मजबूरी झेलनी पड़ रही है। यात्रियों को उम्मीद है कि आने वाले सालों में त्योहारों पर सरकार और एयरलाइंस ऐसी समस्याओं को कम करने के उपाय करेंगे।