केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को लुधियाना पहुंचे और एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब सरकार द्वारा बाढ़ में क्षतिग्रस्त घरों की पुनर्निर्माण के लिए फंड मंजूर करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में किसी भी तरह की राजनीतिक पार्टियों की प्राथमिकता नहीं होगी और पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए सभी मैमो के अनुसार आम लोगों की मदद की जाएगी।
गुरमीत सिंह कूडियां की तारीफ
इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह कूडियां की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि गुरमीत सिंह एक कुशल और समर्पित कृषि मंत्री हैं। जब भी उन्हें किसी काम के लिए बुलाया जाता है, वे तुरंत उपस्थित होते हैं। चौहान ने यह भी बताया कि केंद्रीय और राज्य के कृषि मंत्री इस बार एक ही वाहन में लुधियाना पहुंचे, जो कि बेहद कम देखने को मिलता है।
बाढ़ पीड़ित घरों के पुनर्निर्माण के लिए फंड
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि पहले 14,000 घरों की सूची भेजी गई थी, जिनके निर्माण के लिए प्रति घर 1.60 लाख रुपये भेजे गए थे। इसके बाद पंजाब सरकार ने रात में 36,703 घरों की नई सूची भेजी, जिनके पुनर्निर्माण के लिए भी तुरंत मंजूरी दे दी गई। केंद्रीय मंत्री ने पुनर्निर्माण का पत्र पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह कूडियां को सौंपा और कहा कि अगर और कोई घर बाढ़ से प्रभावित हुआ है, तो उसकी भी मदद की जाएगी।
किसानों और बागानों के लिए मदद
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि किसानों को मुफ्त गेहूं के बीज देने के लिए पैसे भेज दिए गए हैं। साथ ही बागानों में हुए नुकसान की रिपोर्ट भेजी जाए और उसकी भरपाई के लिए भी केंद्र मदद भेजेगा। खेतों से रेत हटाने के काम के लिए भी फंड भेजा जा रहा है।
केंद्र का संदेश: कोई टूरिज़्म नहीं, केवल राहत कार्य
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि वे पंजाब केवल लोगों और किसानों की मुश्किलों को समझने और राहत पहुंचाने के लिए आए हैं, टूरिज़्म के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पंजाब भेजा ताकि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकें और पीड़ितों की समस्याएं समझकर तुरंत राहत पैकेज की योजना बना सकें। प्रधानमंत्री ने 1600 करोड़ रुपये का पैकेज मंजूर किया है और आगे भी मदद जारी रहेगी।
