
पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच बहने वाले चक्की दरिया में अवैध खनन (माइनिंग) माफिया का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भले ही माइनिंग विभाग और पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद अवैध खनन जारी है। इस समस्या से निपटने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। इसी के तहत पठानकोट पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाकर अवैध खनन करने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जेसीबी और तीन टिप्परों समेत 7 लोग गिरफ्तार
एसएसपी पठानकोट दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि उन्हें पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चक्की दरिया के पास पिंड हाड़ा इलाके में अवैध खनन किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस और माइनिंग विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया और मौके पर छापा मारा।
जब पुलिस वहां पहुंची तो तीन टिप्परों में 300-300 फुट रेत भरी हुई थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 1 जेसीबी मशीन और 3 टिप्पर जब्त कर लिए।
अवैध खनन करने वालों पर मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- अमरजीत सिंह (गांव तर्गणा, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश)
- बोध राज (गांव बियाना, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश)
- सुभाष (गांव कुठेड़, थाना शाहपुरकंडी, जिला पठानकोट)
- विशाल सिंह (गांव बधानी, थाना मामून, जिला पठानकोट)
- अनिल गुलेरिया (गांव रोड, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश)
- अली (गांव सुखनियाल, थाना धारकलां, जिला पठानकोट)
- सहिल (गांव महिरा, तहसील नूरपुर, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश)
इन सभी आरोपियों के खिलाफ माइन एंड मिनरल एक्ट 1957 की धारा 21(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अदालत में पेश होंगे आरोपी, पुलिस करेगी पूछताछ
एसएसपी पठानकोट ने बताया कि इन आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के दौरान यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इस अवैध खनन के पीछे कौन-कौन से लोग शामिल हैं और माइनिंग माफिया के बड़े नामों तक कैसे पहुंचा जाए।
अवैध माइनिंग पर होगी सख्त कार्रवाई
इस मौके पर सीनियर पुलिस कप्तान दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि पठानकोट पुलिस अवैध खनन को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अवैध खनन में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
क्यों खतरनाक है अवैध माइनिंग?
✅ प्राकृतिक संसाधनों का दोहन: अवैध माइनिंग से नदियों का पारिस्थितिक संतुलन बिगड़ता है।
✅ बाढ़ का खतरा: रेत और पत्थर निकालने से नदी का बहाव बदल सकता है, जिससे बाढ़ आने की संभावना बढ़ जाती है।
✅ जमीन कटाव: अवैध माइनिंग से आसपास की जमीन कमजोर हो जाती है, जिससे पुल और सड़कों को नुकसान पहुंच सकता है।
✅ सरकारी नुकसान: सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान होता है, क्योंकि अवैध माइनिंग माफिया बिना टैक्स चुकाए खनन करते हैं।
पंजाब और हिमाचल प्रदेश में अवैध माइनिंग एक बड़ी समस्या बन चुकी है, लेकिन अब पुलिस और प्रशासन इस पर सख्ती से लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं। पठानकोट पुलिस की यह कार्रवाई साफ संकेत देती है कि जो लोग अवैध खनन में लिप्त हैं, वे अब बच नहीं पाएंगे। आने वाले दिनों में पुलिस और भी कड़े कदम उठा सकती है ताकि अवैध खनन को पूरी तरह खत्म किया जा सके।