गाजियाबाद के लोनी से BJP विधायक Nand Kishore Gurjar ने अपनी सुरक्षा वापस कर दी है। इस सूचना को खुद Nand Kishore Gurjar ने X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। Nand Kishore Gurjar ने लिखा कि उन्हें देश और विदेश से धमकियाँ मिली हैं और उनकी हत्या की साजिश रची गई थी, जिसके तहत कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बावजूद, गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर ने उन्हें अपमानित करने के लिए और अपनी ताकत दिखाने के इरादे से उनके सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया और मीडिया में बयान भी दिया।
Nand Kishore Gurjar ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उन्होंने चार महीने तक बिना सुरक्षा के BJP के लिए चुनाव प्रचार किया, अपनी जान को जोखिम में डालते हुए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग BJP को हराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और BJP कार्यकर्ताओं और निर्दोष लोगों के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करके उन्हें जेल में डाल रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद उनके लिए दो सुरक्षा कर्मी भेजे गए, लेकिन ये सुरक्षा कर्मी उनके घर पर ही रहना चाहते थे और उनके साथ कहीं नहीं जाना चाहते थे।
गुर्जर ने आगे बताया कि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा घर से ड्यूटी के लिए दिए गए सुरक्षा कर्मियों को लौटा दिया है ताकि जिले में कानून और व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा का जिम्मा अब लोनी के भगवान और महादेव पर है, जो उन्हें सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा हैं।
Nand Kishore Gurjar के इस फैसले के पीछे उनकी भावनात्मक और राजनीतिक प्रतिक्रिया है। वे मानते हैं कि उनकी सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम राजनीतिक और व्यक्तिगत बदला लेने का प्रयास हैं। इस पूरे घटनाक्रम के बाद, विधायक ने यह भी कहा कि उन्हें अपने क्षेत्र की जनता पर पूरा भरोसा है और उनका सुरक्षा कवच अब स्थानीय लोगों और धार्मिक आस्था पर आधारित है।
इस घटनाक्रम ने गाजियाबाद में सुरक्षा और प्रशासन के मुद्दों पर नई बहस को जन्म दिया है। वहीं, BJP और अन्य राजनीतिक दलों की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिलहाल, Nand Kishore Gurjar की सुरक्षा और राजनीतिक स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, और उनके फैसले से जुड़े तर्क और व्याख्या पर भी चर्चा की जा रही है।